एक पखवाड़े के अंदर आपदा संबंधित मामलों का निष्पादन करें एसडीओ

एक पखवाड़े के अंदर आपदा संबंधित मामलों का निष्पादन करें एसडीओ

- डीएम ने की बाढ़, सुखाड़ एवं आपदा पूर्व तैयारियों की समीक्षा

केटी न्यूज/बक्सर

सोमवार को डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में बाढ़, सुखाड़ एवं आपदा की पूर्व तैयारी की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में की गई। इस बैठक में डीएम ने बारी बारी से सभी विभागों के तैयारियों की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। वही रविवार को चौसा के महादेव घाट पर गंगा नदी में किशोर के डुबने के बाद त्वरित कारवाई नहीं करने तथा एनडीआरएफ या एसडीआरएफ की टीम प्रतिनियुक्ति नहीं कराए जाने पर जिला पदाधिकारी द्वारा अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा गया। वही, ब्रह्मपुर प्रखण्ड के अग्निकांड में मृत व्यक्ति के आश्रित को अंचलाधिकारी ब्रह्मपुर के द्वारा अब तक भुगतान नहीं किया गया है। जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी ब्रह्मपुर को प्राथमिकता के आधार पर ससमय निराकरण करने का निर्देश दिया। बैठक में विभागीय निदेशानुसार पशु क्षति का आंकलन पशुपालन विभाग एवं अंचलाधिकारी से कराया जाना है। पशुपालन विभाग पशु के पोस्टमार्टम के समय ही पशु के टैगिंग से संबंधित प्रमाण पत्र अंकित कर प्रतिवेदन समर्पित किए जाने के का निर्देश दिया गया। 

डुमरांव व नावानगर सीओ से भी पूछा गया स्पष्टीकरण

अनुमण्डल पदाधिकारी बक्सर एवं डुमरांव को प्रत्येक 15 दिनों के अंदर आपदा से संबंधित समस्याओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए निराकरण करने का निर्देश दिया गया। अंचलाधिकारी डुमरांव को पशु शेड में लंबित भुगतान नहीं करने पर जबकि आपदा की महत्वपूर्ण बैठक में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण अंचलाधिकारी नावानगर से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया।

फसल क्षति का भौतिक सत्यापन का दिया निर्देश

फसल क्षति का आकड़ा पोर्टल पर अत्यधिक प्रवृष्टि होने के कारण डीएम ने इस पर आपत्ति जताते हुए फिर से इसका भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी अंचलाधिकारी एवं बक्सर तथा डुमरांव के अनुमण्डल पदाधिकारी को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए पुनः स्वयं स्थल निरीक्षण करते हुए फसल क्षति का आंकलन करने तथा उसके बाद अद्यतन प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया।

संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सीओ को मिला टॉस्क

जिला पदाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने अंचल अंतर्गत कितने सरकारी नाव है, इसका भौतिक जांच करते हुए प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सभी अंचलाधिकारी अपने क्षेत्रांर्गत सभी नाविकों एवं गोताखोरों के साथ बाढ़ से पूर्व बैठक कर लेना सुनिश्चित करेंगे। ताकि आपदा के समय सम्पर्क स्थापित करते हुए तत्क्षण कार्रवाई किया जा सके। डीएम ने कहा कि इस कार्य में लापरवाही करने वाले सीओ पर कार्रवाई की जाएगी।

लू से प्रभावितों को विशेष ईलाज करवाए सीएस

गर्मी को देखते हुए सिविल सर्जन बक्सर को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पतालों, अनुमण्डलीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावितों के ईलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईभी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा इत्यादि की व्यवस्था करने को कहा गया। अत्यधिक गर्मी से पीड़ित व्यक्तियों के ईलाज के लिए आवश्यकतानुसार अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था करने को कहा गया। बैठक में अपर समाहर्ता बक्सर, जिला परिवहन पदाधिकारी बक्सर, जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर, बक्सर व डुमरांव के अनुमण्डल पदाधिकारी, बक्सर व डुमरांव नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, अभियंता विद्युत प्रमंडल बक्सर, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल बक्सर, सभी संबंधित अंचलाधिकारी, जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।