केके पाठक के छुट्टी पर जाते ही लापरवाह हुए शिक्षक, डीएम के निरीक्षण में मध्य विद्यालय सिकठी से गायब मिले पांच शिक्षक, कटा वेतन

केके पाठक के छुट्टी पर जाते ही लापरवाह हुए शिक्षक, डीएम के निरीक्षण में मध्य विद्यालय सिकठी से गायब मिले पांच शिक्षक, कटा वेतन
औचक निरीक्षण में पहुंचे डीएम अंशुल अग्रवाल

केटी न्यूज/बक्सर

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के छुट्टी पर जाते ही सरकारी स्कूलों के शिक्षक लापरवाह हो गए है। अब उनमें पहले जैसा खौफ भी नहीं है। शनिवार को डीएम ने मध्य विद्यालय सिकठी का निरीक्षण किया। इस दौरान यह देखने को भी मिला। विद्यालय में कार्यरत कुल 9 शिक्षकों में पांच गायब थे। उनके संबंध में पूछने पर प्रधानाध्यापक भी कोई ठोस जबाव नहीं दे सकें।

जिससे नाराज डीएम ने सभी पांच शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही उनसे स्पष्टीकरण पूछा है। संतोषजनक जबाव नहीं मिलने पर उनपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वही निरीक्षण के दौरान बच्चों की संख्या भी काफी कम पाई गई। जिस पर डीएम काफी सख्त हुए तथा प्रधानाध्यापक से कार्य संस्कृति में सुधार लाने व बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्त कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिशन का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

50 प्रतिशत बच्चें भी नहीं थे मौजूद

गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार करोड़ो रूपए खर्च कर रही है। वही स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति तथा ठहराव बढ़ाने के लिए लगातार निर्देश दिया जाता है। इस कड़ी में हाल ही में यह नियम भी लागू किया गया कि 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापक का वेतन बंद किया जाएगा।

लेकिन शनिवार को डीएम जब मध्य विद्यालय सिकठी में निरीक्षण करने पहुंचे तो किसी भी कक्षा में पचास प्रतिशत छात्र भी मौजूद नहीं थे। मिली जानकारी के अनुसार डीएम के निरीक्षण में वर्ग एक में 33 बच्चों का नामांकन था, लेकिन मात्र 15 छात्र ही उपस्थित थे, वर्ग तीन में 30 नामांकित छात्रों में 13 छात्र, वर्ग चार एवं पांच में 26 नामांकित में आठ छात्र मौजूद मिले।

छात्रों की कम उपस्थिति देख डीएम काफी नाराज हुए। उन्होंने प्रधानाध्यापक को छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया वही डीईओ अनिल कुमार द्विवेदी को अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछने तथा उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया। वही बच्चों की कम उपस्थिति के संबंध में प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।

अपर मुख्य सचिव के जाने का दिख रहा है असर

शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनते ही कड़क मिजाज आईएएस अधिकारी केके पाठक ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिशन को धरातल पर उतारने के लिए कई कड़े कदम उठाए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों की सतत मॉनिटरिंग कराने के साथ ही बच्चों की उपस्थिति तथा उनके ठहराव के लिए कई कारगर कदम उठाए। स्कूलांे का संचालन भी सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किया गया। उनके अपर मुख्य सचिव रहते शिक्षक निर्धारित समय तक स्कूलों में जमे रहते थे।

शिक्षकों में उनका खौफ इस कदर था कि एक भी शिक्षक स्कूल से गायब नहीं मिलता था। लेकिन पिछले दो तीन दिनों से शिक्षक लापरवाह हो गए है। जानकारों की मानें तो अब फिर से शिक्षक तीन बजे के पहले स्कूल छोड़ दे रहे है। शिक्षकों के इस रवैये का असर छात्रों की उपस्थिति पर पड़ रहा है।