आरा में तेंदुए के भय से जीना मुहाल, तलाश में तीन दिनों से चौबीसो घंटे सर्च अभियान जारी, तेंदुआ है या नहीं इसपर संशय

रविवार को कोइलवर के राजपूतान पचैना गांव में आशा देवी, अर्जुन राय और सुनील पर किसी तेंदुआ जैसे जानवर द्वारा हमला कर जख्मी किए जाने का मामला सामने आया था, जिन्होंने आपबीती सुनाई थी।

आरा में तेंदुए के भय से जीना मुहाल,  तलाश में तीन दिनों से चौबीसो घंटे सर्च अभियान जारी, तेंदुआ है या नहीं इसपर संशय
केटी न्यूज़, आरा ( कोईलवर): आरा के कोइलवर में तीसरे दिन भी तेंदुआ की तलाश में वन विभाग की टीम द्वारा दस किलोमीटर की परिधि में सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन कहीं तेंदुआ नहीं दिखा। आरा वन विभाग के रेंजर रंजन कुमार शर्मा ने बताया कि अधिकारियों की टीम बना कर दस किलोमीटर के परिधि में चौबीसों घंटे तेंदुआ के खोजने के लिए निगरानी की जा रही है। टीम को भकुरा बांध, राजपूतान पचैना, सोनघटा, जमालपुर, किशुनपुर, बीरमपुर के चारो तरफ लगाया गया है, लेकिन वन विभाग की टीम को कहीं कोई तेंदुआ जैसा जानवर नहीं दिखा। 
गांव में भय का माहौल
चारों तरफ तेंदुआ देखने की अफवाह फैल रही है। इसे लेकर गांव में भय का भी माहौल बन गया है। इधर सोशल मीडिया पर फेंक वीडियो को भी प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें तनिक भी कोई सच्चाई नहीं है। फेक वीडियो की गहनता से जांच पर यह वीडियो पुराना और दूसरे जगह का बताया गया है। रेंज आफिसर रंजन कुमार शर्मा ने बताया कि रात्रि प्रहर में सतर्कता को लेकर वन विभाग की टीम गांव में लोगो को घर से बाहर नहीं रहने की सलाह दे रही है। ग्रामीणों द्वारा तेंदुआ देखे जाने को लेकर वन विभाग की टीम भी संशय की स्थिति में है। 
ग्रामीण पर हुआ था हमला
अधिकारियों का कहना है कि तेंदुआ है या नहीं इसकी प्रमाणिक कोई वीडियो या फोटो भी ग्रामीणों द्वारा नहीं खींचा गया है। इसके बाद भी वन विभाग की टीम चारों तरफ लगी हुई है। मालूम हो कि रविवार को राजपूतान पचैना गांव में आशा देवी, अर्जुन राय और सुनील पर किसी तेंदुआ जैसे जानवर द्वारा हमला कर जख्मी किए जाने का मामला सामने आया था, जिन्होंने आपबीती सुनाई थी।