शादीशुदा मौसेरी भौजी से चोरी-छिपे मिलने पहुंचा आशिक देवर, ग्रामीणों ने मंदिर में करवा दी शादी
शादीशुदा प्रेमिका से चोरी-छिपे मिलने आए प्रेमी को गामीणों ने पकड़कर लिया। घटना सूचना जैसे ही मुहल्ले हुई लोगों की भीड़ उमड़े के साथ ही कौतुहल का विषय बन गया। स्थानीय लोगों क द्वारा दोनों की शादी शिव मंदिर में करा दी। मामला चरपोखरी थाना क्षेत्र के कोयल गांव की है। अपने मौसेरे भाई की पत्नी से इश्क लड़ाने आए आशिक को परिजनों के द्वारा कमरे में संदिग्ध स्थिति में पकड़ लिया। इसके बाद शोर-शराबा हुआ आस-पड़ोस के लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंचे गये। जिसके बाद युवक की पीटाई हुई। उसके बाद पहले पति एवं परिजनों के समझौते के बाद पंचायत के सदस्य एवं ग्रामीणों ने मिलकर हिन्दू रीति रिवाज के साथदोनों की शादी शिव मंदिर में शादी करवा दी।

केटी न्यूज/आरा।
शादीशुदा प्रेमिका से चोरी-छिपे मिलने आए प्रेमी को गामीणों ने पकड़कर लिया। घटना सूचना जैसे ही मुहल्ले हुई लोगों की भीड़ उमड़े के साथ ही कौतुहल का विषय बन गया। स्थानीय लोगों क द्वारा दोनों की शादी शिव मंदिर में करा दी। मामला चरपोखरी थाना क्षेत्र के कोयल गांव की है। अपने मौसेरे भाई की पत्नी से इश्क लड़ाने आए आशिक को परिजनों के द्वारा कमरे में संदिग्ध स्थिति में पकड़ लिया। इसके बाद शोर-शराबा हुआ आस-पड़ोस के लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंचे गये। जिसके बाद युवक की पीटाई हुई। उसके बाद पहले पति एवं परिजनों के समझौते के बाद पंचायत के सदस्य एवं ग्रामीणों ने मिलकर हिन्दू रीति रिवाज के साथदोनों की शादी शिव मंदिर में शादी करवा दी।
तरारी थाना क्षेत्र के देव चंदा गांव के निवासी दिलीप कुमार 24 वर्षीय का प्रेम-प्रसंग चरपोखरी थाना क्षेत्र के निवासी रानी से ढाई वर्ष से चल रहा था। इसी बीच रानी की शादी उसके आशिक दिलीप के मौसेरे भाई सोनू चौधरी से वर्ष 2022 मे चौरी थाना अंतर्गत डीलिया लखगांव मे हुई। सोनू चौधरी जगदीशपुर थाना क्षेत्र के ककिला गांव का निवासी है। शादी के बाद रानी अपने ससुराल डीलिया लखगांव में रहने लगी थी। दिलीप भी अपने ननिहाल डीलिया लख गांव में ही बचपन से ही रहता था। रानी का पति सोनू एवं प्रेमी दिलीप दोनों ही बचपन से एक ही साथ बड़े हुए है। यही नहीं रानी की शादी में दिलीप खुशी से डांस भी किया था।
रानी शादी के बाद अपने ससुराल आ गई। जहां उसकी मुलाकात दिलीप से हुई। तीन से चार महीने सबकुछ ठीक चल रहा था। इसी बीच दिलीप एवं रानी की नज़दीकियां बढ़ने लगी। दिलीप अपने मुंह बोली भाभी के पास ज्यादा समय बिताना शुरू कर दिया। जब भी घर पर पति सोनू नहीं रहता था तब रानी दिलीप को अपने पास बुला लेती थी। यह सिलसिला दो महीने तक चलता रहा। फिर दोनों के बीच प्यार-मुहब्बत बढ़ा। इसके बाद कोयल गांव के ही शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की ग्रामीणों व परिजनों शादी करा दी और उसे प्रेमी दीलीप के घर ससुराल भी भेज दिया गया। शादी के बाद पंचायत के तरफ से एक रजामंदी का पत्र भी सौंपा गया है।