तेजस्वी यादव 'कार्यकर्ता संवाद यात्रा' पर निकले,कई विधायकों के टिकट कटने के संकेत
तेजस्वी यादव 10 सितंबर से 'कार्यकर्ता संवाद यात्रा' पर निकल रहे हैं।यह तैयारी 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर है।
केटी न्यूज़/पटना
तेजस्वी यादव 10 सितंबर से 'कार्यकर्ता संवाद यात्रा' पर निकल रहे हैं।यह तैयारी 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर है।20 जून को पटना में राजद की समीक्षा बैठक हुई थी। इसमें खुद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इन 21 विधायकों को सख्त चेतावनी दी थी। तेजस्वी ने इन विधायकों को 2 महीने की मोहलत देते हुए अपना परफार्मेंस सुधार लेने की चेतावनी दी थी।
तेजस्वी ने दो महीने पहले कहा था कि वो कड़े फैसले लेंगे और आज से वो फीडबैक लेने के लिए यात्रा पर निकल रहे हैं। उन्होंने 21 विधायकों के टिकट कटने के संकेत दिए थे। ऐसे में उनकी यात्रा को लेकर चर्चाओं को बाजार गरम है।तेजस्वी सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंचने का ऐलान कर चुके हैं।तेजस्वी ने साफ शब्दों में कहा था कि ऐसा नहीं करने पर आने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट भी काटा जा सकता है।
राजद के 75 में से 21 विधायक पार्टी नेतृत्व के निशाने पर हैं। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान इन 21 विधायकों के इलाके में पार्टी को विपक्षी कैंडिडेट के मुकाबले कम वोट मिले हैं। मतलब कि इन इलाकों में विधायक राजद के हैं, लेकिन ज्यादा वोट NDA कैंडिडेट को मिले हैं।2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन, उसकी अगुवाई वाला महागठबंधन बहुमत से चूक गया था। वहीं, तेजस्वी इस बार चुनावी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते।
'कार्यकर्ता संवाद यात्रा' के दौरान तेजस्वी के टारगेट पर समस्तीपुर की 10, दरभंगा की 10, मधुबनी की 10, मुजफ्फरपुर की 11 यानी कुल 41 विधानसभा सीटे हैं, जहां वे प्रत्याशी का चयन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए करेंगे। साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करेंगे। एनडीए की ताकत को समझेंगे और अपनी पावर को बढ़ाने के लिए ताकत लगाएंगे।