एनसीसी छात्रों को अग्निशमन विभाग ने दी आग से बचाव की जानकारी
तिलौथू क्षेत्र के राधा शांता महाविद्यालय में शुक्रवार को एनसीसी के छात्र-छात्राओं के लिए अग्निशमन विभाग की टीम ने एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया
केटी न्यूज/ तिलौथू (रोहतास)
तिलौथू क्षेत्र के राधा शांता महाविद्यालय में शुक्रवार को एनसीसी के छात्र-छात्राओं के लिए अग्निशमन विभाग की टीम ने एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अग्निशामक अनिल कुमार तिवारी ने की, और इसमें अग्निशामक अजित कुमार, शैलेन्द्र कुमार, रूपेश कुमार, पिंकी कुमारी, चालक करण कुमार और चंदन राम भी शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान, अग्निशामक टीम ने छात्रों को आग से बचाव के विभिन्न उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गैस चूल्हे का उपयोग करते समय कई बार गैस रिसाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जो गंभीर हादसे का कारण बन सकती है। इस स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए:
गैस रिसाव और आग से निपटने के तरीके
यदि गैस रिसाव हो रहा हो और आग लग जाए, तो तुरंत गीले सूती कपड़े से गैस सिलेंडर और चूल्हे को ढकें। आग बुझाने के लिए खाली बाल्टी को सिलेंडर के ऊपर उलटकर रखें। यह तरीका भी फायदेमंद हो सकता है।
रसोई में सुरक्षा
खाना बनाते समय सूती कपड़े पहनें, ताकि आग लगने की स्थिति में आप सुरक्षित रह सकें। रसोई में हमेशा एक बाल्टी में बालू और पानी रखें, ताकि आपातकाल में इसका उपयोग किया जा सके। गैस चूल्हा जलाने से पहले रसोई की खिड़कियां और दरवाजे खोलकर कुछ मिनट इंतजार करें ताकि गैस के रिसाव का खतरा कम हो सके।
शॉर्ट सर्किट और बिजली की आग
यदि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग जाए, तो एमसीबी स्विच का उपयोग करें ताकि बिजली की आपूर्ति को बंद किया जा सके।अगर एमसीबी बोर्ड में ही आग लग जाए, तो पावर सबस्टेशन से बिजली कटवाने का प्रयास करें।
आग के अन्य मामलों में सुरक्षा
आग बढ़ने पर उसे फैलने से रोकने की कोशिश करें और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित करें। आग की स्थिति को संभालने में समय की बर्बादी न करें; जल्दी कार्रवाई करने से बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।अग्निशामक टीम ने छात्रों को आग से संबंधित अन्य एहतियात भी बताए और बताया कि आग लगने की स्थिति में तुरंत फायर ब्रिगेड से संपर्क करना कितना महत्वपूर्ण है। इस तरह के प्रशिक्षण से छात्रों को आग से बचाव के तरीके समझने में मदद मिलेगी और वे अपने घरों और कार्यस्थलों पर बेहतर सुरक्षा उपाय लागू कर सकेंगे।