डुमरांव में बाल श्रम के खिलाफ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, मुक्त कराए गए दो बच्चे
जिला प्रशासन द्वारा बाल श्रम के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरुवार को डुमरांव शहरी क्षेत्र में धावा दल द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह के निर्देश पर की गई, जिसमें दो बाल श्रमिकों को कार्यस्थल से मुक्त कराया गया।

केटी न्यूज/डुमरांव
जिला प्रशासन द्वारा बाल श्रम के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरुवार को डुमरांव शहरी क्षेत्र में धावा दल द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह के निर्देश पर की गई, जिसमें दो बाल श्रमिकों को कार्यस्थल से मुक्त कराया गया।
धावा दल में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी केसठ, प्रभारी डुमरांव, ब्रह्मपुर एवं चक्की के साथ-साथ डुमरांव थाना की पुलिस टीम तथा समाजसेवी संस्था स्व. कन्हाई शुक्ला सेवा संस्थान के प्रतिनिधि अजीत कुमार भी शामिल रहे। संयुक्त रूप से की गई इस छापेमारी के दौरान बाल श्रमिकों को दुकानों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से छुड़ाया गया।
मुक्त कराए गए दोनों बच्चों को तत्काल जिला बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है, जहां उनकी सुरक्षा, शिक्षा और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, बाल श्रमिकों से कार्य कराने वाले नियोजकों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके साथ ही नियोजकों से प्रति बाल श्रमिक 20 हजार रुपये का जुर्माना जिला बाल
श्रमिक पुनर्वास एवं कल्याण कोष में जमा कराया जाएगा, ताकि बच्चों के पुनर्वास कार्यों में इसका उपयोग हो सके। श्रम संसाधन विभाग द्वारा जिले में बाल श्रम को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से लगातार छापेमारी व कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे बच्चों से मजदूरी कराने वालों की जानकारी प्रशासन को देकर इस सामाजिक अपराध को समाप्त करने में सहयोग करें।