पानी निकासी की सुविधा नहीं होने से परमानपुर पंचायत का दो सौ बीघा जमीन जलमग्न,

परमानपुर गांव में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण करीब 200 बीघा खेती योग्य भूमि जलमग्न हो गई है। जिससे गांव के किसान अपनी खेतों की स्थिति देखकर चिंतित हैं। इधर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने गुरुवार को गांव पहुंचकर जलमग्न क्षेत्र का जायजा लिया और पीड़ित किसानों से मुलाकात की।

पानी निकासी की सुविधा नहीं होने से परमानपुर पंचायत का दो सौ बीघा जमीन जलमग्न,

-- जदयू प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने लिया जायजा, किसानों को दिलाया भरोसा

केटी न्यूज/नावानगर 

परमानपुर गांव में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण करीब 200 बीघा खेती योग्य भूमि जलमग्न हो गई है। जिससे गांव के किसान अपनी खेतों की स्थिति देखकर चिंतित हैं। इधर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने गुरुवार को गांव पहुंचकर जलमग्न क्षेत्र का जायजा लिया और पीड़ित किसानों से मुलाकात की।

उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में स्थानीय गांव के भू-स्वरूप और जल निकासी की योजना को नजरअंदाज किया गया, जिसका खामियाजा ग्रामीणों और किसानों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों से तत्काल प्रभाव से पानी निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग की, साथ ही एनएचआई की लापरवाही का कारण बताई। उन्होंने कहा कि इस समस्या को राज्य सरकार से अवगत कराते हुए जल्द निदान की जाएगी। इधर गांव के किसानों ने बताया कि खेतों में जलमग्न होने से धान रोपनी बाधित है। जबकि धान लगाने का उत्तम नक्षण बीतने के कगार पर है। 

ग्रामीण हरेन्द्र सिंह, वशिष्ठ चौबे, सुरिष्ठ चौबे, प्रमोद पाण्डेय, वंशीधर चौबे ने आरोप लगाया कि हाईवे निर्माण एजेंसी ने जल निकासी के लिए पर्याप्त पुलिया या फिर नाला नहीं बनाई। जिसका परिणाम सामने है। खेती योग्य भूमि जलमग्न की जायजा लेने के दौरान भटौली पंचायत के मुखिया विजय कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह, भाजपा के सोनवर्षा मंडल अध्यक्ष पिंकू चौबे, परमानपुर पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि विनोद चौबे मौजूद थे।