अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू हुई फिजियोथैरिपी सेवा, मरीजों को मिली बड़ी राहत
डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शुक्रवार को मरीजों के लिए राहत भरी शुरुआत हुई। सुबह 8 बजे से अस्पताल में फिजियोथैरिपी सेवा को औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया। नई प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. श्रुति प्रकाश ने कार्यभार संभालते ही अस्पताल की निष्क्रिय पड़ी सेवाओं को सक्रिय करने की दिशा में यह अहम कदम उठाया है।

-- नई प्रभारी डॉ. श्रुति प्रकाश के कार्यभार संभालते ही अस्पताल में दिखा बदलाव
केटी न्यूज/डुमरांव।
डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शुक्रवार को मरीजों के लिए राहत भरी शुरुआत हुई। सुबह 8 बजे से अस्पताल में फिजियोथैरिपी सेवा को औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया। नई प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. श्रुति प्रकाश ने कार्यभार संभालते ही अस्पताल की निष्क्रिय पड़ी सेवाओं को सक्रिय करने की दिशा में यह अहम कदम उठाया है।

अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी कि अब ओपीडी कक्ष संख्या 7 में फिजियोथैरिपी की सुविधा उपलब्ध होगी। इस सेवा के संचालन के लिए अस्पताल में कार्यरत फिजियोथैरेपिस्ट अजय कुमार सिंह की ड्यूटी फिजियोथैरिपी कक्ष में तय कर दी गई है। वे सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक मरीजों को परामर्श और उपचार देंगे।

डॉ. श्रुति प्रकाश ने बताया कि लंबे समय से यह सुविधा तकनीकी रूप से उपलब्ध तो थी, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पा रहा था। बता दें कि अनुमंडलीय अस्पताल में आधुनिक फिजियोथैरिपी मशीनें पिछले तीन वर्षों से धूल फांक रही थीं। उन्होंने कहा कि अब इन मशीनों को पूरी तरह क्रियाशील कर दिया गया है ताकि हड्डी, नस, जोड़ों के दर्द, लकवा या चोट के बाद पुनर्वास की जरूरत वाले मरीजों को राहत मिल सके।

स्थानीय लोगों ने भी अस्पताल प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है। मरीजों का कहना है कि अब उन्हें मामूली दर्द या फिजियो संबंधी उपचार के लिए निजी क्लीनिकों या जिले के बड़े अस्पतालों तक नहीं जाना पड़ेगा। “यह सेवा शुरू होना हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है। पहले हमें मामूली इलाज के लिए भी बक्सर या आरा जाना पड़ता था,” एक मरीज ने खुशी जताते हुए कहा।

गौरतलब है कि डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में फिजियोथैरिपी सेवा शुरू करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। पूर्व में कई बार उपकरण खरीदे गए, लेकिन प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती और संचालन व्यवस्था के अभाव में सेवा ठप रही। अब नियमित ड्यूटी और स्पष्ट समय निर्धारण के साथ अस्पताल प्रशासन ने इसे पुनः शुरू कर जनहित में सराहनीय कदम उठाया है।

फिजियोथैरिपी विभाग शुरू होने से उम्मीद है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी इजाफा होगा और जिला स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का दबाव कुछ कम होगा। यह पहल डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के पुनरुत्थान की दिशा में एक सकारात्मक शुरुआत मानी जा रही है।
