बनारसी के निधन के बाद अनाथ हुए बच्चें, परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़

बनारसी के निधन के बाद अनाथ हुए बच्चें, परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़

केटी न्यूज/चंदौली

सदर कोतवाली क्षेत के बर्थरा गांव निवासी बनारसी यादव 40 वर्ष की दुर्घटना में मौत से परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट गया। बतातें है कि बनारसी दूध का कारोबार कर के बच्चों का पालन पोषण करते थे, लेकिन शनिवार की रात की अलीनगर में महेवा गांव के पास सड़क दुर्घटना में मौत की जानकारी हुई तो परिजनों में कोहराम मच गया।

वहीं घटना के बाद बच्चे अनाथ हाे गए और पत्नी बेसहार हो गई। जब रविवार को मुख्यालय ​ ​स्थित जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस से शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव जब घर पहुंचा तो लोगों की भारी भीड़ लग गई, लेकिन वहीं लोगों का कहना था कि भगवान के आगे किसी की नहीं चलती है।वहीं असमय मौत से परिवार के साथ गांव वाले भी सहम गए।

 

बतातें है कि बनारसी यादव दूध का कारोबार करके किसी प्रकार बच्चों का पालन पोषण करते थे, लेकिन मुगलसराय से घर लौटते समय शनिवार की रात सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम को भेज कर कार्रवाई में जुट गई।

रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को दाहसंस्कार के लिए रविवार को सौंप दिया। जैसे ही शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं पुत्र ​शिवम 12 वर्ष व आर्यन 10 वर्ष व पुत्री अंजली आठ वर्ष के साथ पत्नी सुशीला देवी के करूण रूदन से वहां उप​स्थित लोगों की आंखे नम हो गई और लोगों का कहना था कि अब परिवार कौन सहारा बनेंगा।

परिवार एकलौता कमाने वाले बनारसी के शव को देख आस पास के साथ रिश्तेदारों का कहना था कि बच्चों और पत्नी का अब कौन सहारा बनेगा। यहीं नहीं मौत के बाद परिजनों पर बच्चों पालन पोषण के साथ कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई।अब परिवार को कौन सहारा देंगा।