तीन माह बाद फरियादी को मिला न्याय, प्रशासन ने कराया अतिक्रमण मुक्त

स्थानीय अंचल के सोनवर्षा गांव में लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद का मंगलवार को निपटारा हो गया। कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 4 फीट रास्ते की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। इस दौरान जेसीबी मशीन और भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी रही।

तीन माह बाद फरियादी को मिला न्याय, प्रशासन ने कराया अतिक्रमण मुक्त

-- कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई

केटी न्यूज/नावानगर 

स्थानीय अंचल के सोनवर्षा गांव में लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद का मंगलवार को निपटारा हो गया। कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 4 फीट रास्ते की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। इस दौरान जेसीबी मशीन और भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी रही।

पूरी प्रक्रिया का नेतृत्व मजिस्ट्रेट सह सीओ रानी कुमारी ने किया। हांलाकि अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस बल को अतिक्रमणकारी का विरोध झेलनी पड़ी। बाद में पुलिस बल ने स्थिति नियंत्रण कर अतिक्रमण हटवाया। बताया जाता है कि फरियादी बैजू तुरहा पिछले तीन महीने से डीसीएलआर के आदेश के बाद भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे। बार-बार अंचल और थाना का चक्कर काटने के बाद मंगलवार को उन्हें राहत मिली।

-- दोनों पक्षों में लंबे समय से विवाद

मामला सोनवर्षा गांव निवासी बैजू तुरहा और भुखालु तुरहा, शिवजी तुरहा, जिउत तुरहा तथा घुरन तुरहा के बीच भूमि विवाद से जुड़ा था। विवादित जमीन को लेकर मामला स्पेशल लोक अदालत में भी गया, जहां दोनों पक्षों के बीच बंटवारा हुआ था। समझौते के दौरान द्वितीय पक्ष ने हिस्से के अनुसार 4 फीट रास्ता देने की बात स्वीकार की थी। मगर बाद में उन्होंने अपने वादे से मुकरते हुए रास्ता देने से इनकार कर दिया।

-- डीसीएलआर ने दिया था आदेश

इसके बाद प्रथम पक्ष बैजू तुरहा ने भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) डुमरांव के समक्ष अर्जी दी। डीसीएलआर ने मामले की सुनवाई करते हुए तीन महीने पूर्व ही नावानगर अंचल कार्यालय को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। आदेश के आलोक में मंगलवार को प्रशासनिक अमले ने सख्ती दिखाते हुए रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया।