प्रशांत किशोर को मिला 'स्कूल का बस्ता',पीके ने कहा पढ़ाई से ही लोगों का विकास हो सकता है, गरीबी दूर हो सकती है
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को बिहार उपचुनाव के लिए 'स्कूल का बस्ता' चुनाव चिन्ह मिला है। पार्टी बिहार की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
केटी न्यूज़/गया
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को बिहार उपचुनाव के लिए 'स्कूल का बस्ता' चुनाव चिन्ह मिला है। पार्टी बिहार की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। प्रशांत किशोर शिक्षा के मुद्दे पर बहुत जोर देते हैं। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी पार्टी 2025 में जीतती है, तो शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर ध्यान दिया जाएगा।
बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। इस चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।पार्टी के चुनाव चिन्ह के बारे में बात करते हुए पीके ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश के 35 साल के राज में बिहार के बच्चों की पीठ से स्कूल का बस्ता निकालकर मजदूरी का बोरा बांध दिया गया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज की सोच है कि बिहार के लोगों की गरीबी को खत्म करने का रास्ता स्कूल का बस्ता है। रोजगार का रास्ता है स्कूल का बस्ता। बिहार में पलायन अगर रोकना है तो उसका रास्ता है स्कूल का बस्ता। इसलिए जनसुराज का चुनाव चिन्ह है स्कूल का बस्ता है क्योंकि पढ़ाई से ही लोगों का विकास हो सकता है, गरीबी दूर हो सकती है।उन्होंने कई बार कहा है कि अगर 2025 में उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो शराबबंदी हटाकर उस पैसे को बच्चों की शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। इसलिए यह माना जा रहा है कि उन्हें शिक्षा से जुड़ा चुनाव चिह्न मिला है।