एआई अभी पॉलिटिक्स सहित कई चीजों में पीछे, दे रहा है ग़लत जवाब

हमारे देश के बैंकिंग और आईआरसीटीसी जैसे संस्थान ग्राहकों से संपर्क के लिए एआई चैटबॉट का इस्तेमाल करने लगे हैं। कई बार AI गलत और भ्रमित करने वाली जानकारी दे सकता है, इसलिए उपयोेग करते वक्त सावधानी बरतना जरूरी है। चैटजीपीटी ( AI चैटबॉट ) ने तो बाकायदा डिस्क्लेमर लगा रखा है कि वह व्यक्ति, स्थान और तथ्यों की गलत जानकारी दे सकता है।

एआई अभी पॉलिटिक्स सहित कई चीजों में पीछे, दे रहा है ग़लत जवाब

केटी न्यूज़, दिल्ली। अगर आप तकनीकी क्षेत्र में जिज्ञासा रखते है तो AI का नाम आपने सुना ही होगा। AI अभी नई और उभरती हुई तकनीक है ए आई का मतलब है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमता सरल भाषा में कहें तो मसीनी दिमाग। गूगल के AI चैटबॉट (प्रश्नोत्तर में जवाब देने वाला सॉफ्टवेयर) जिसका नाम BARD है से जब यह सवाल किया गया कि नीतीश कुमार किस पार्टी के नेता हैं तो उसका जवाब था बीजेपी । लालू यादव को आरजेडी का पूर्व अध्यक्ष तो अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का पहला मुख्यमंत्री बता दिया । जिससे यह पता चलता है की इस AI की बुद्धिमता का विकास होना अभी जारी है और अभी हम इस पर पूरी तरीके से विश्वाश नहीं कर सकते।

क्या होता है AI

AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)  मनुष्य की तरह सूचनाओं का विश्लेषण कर उसका निष्कर्ष निकाल सकता है अपने पुराने अनुभवों से सीख कर, गलतियों को दुरुस्त करता है। इसके साथ ही यह पहले से अधिक अनुभवी और जानकार बनते जाता है। शुरुआती दौर में भले यह बच्चों जैसी गलतियां कर सकता है, लेकिन अगले कुछ सालों में इसकी क्षमताएं अपार हो सकती हैं। क्यूंकी इसके सीखने की गति बहुत तेज है। एक बार गलती करने के बाद उसे यह दोहराता नहीं है और इसके पास सीखने और जानने के लिए माध्यम के तौर पर करोड़ों-अरबों यूजर्स हैं। 

देश में हो रहा है इस्तेमाल

हमारे देश के बैंकिंग और आईआरसीटीसी जैसे संस्थान ग्राहकों से संपर्क के लिए एआई चैटबॉट का इस्तेमाल करने लगे हैं। कई बार AI गलत और भ्रमित करने वाली जानकारी दे सकता है, इसलिए उपयोेग करते वक्त सावधानी बरतना जरूरी है। चैटजीपीटी ( AI चैटबॉट ) ने तो बाकायदा डिस्क्लेमर लगा रखा है कि वह व्यक्ति, स्थान और तथ्यों की गलत जानकारी दे सकता है। बार्ड ( गूगल AI चैटबॉट ) की साइट पर भी लिखा है कि मेरे नतीजे हमेशा सही हों, इसकी गारंटी नहीं है, लेकिन आपके सुझावों से मैं खुद को बेहतर करूंगा। अब आने वाले समय देखना यह होगा की ये नई तकनीक हम सब के लिए कितनी उपयोगी साबित होती है।