कांग्रेस का आरोप- सांसदों को बांटी गई संविधान की कॉपी की प्रस्तावना से समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाए, जानिए क्या है सच्चाई

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नई संसद के उद्घाटन के दौरान सांसदों को संविधान की जो कॉपी बांटी गई है, उसमें छपी प्रस्तावना से 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द हटा दिए गए हैं। इसपर बीजेपी ने कहा कि कॉपी में मूल संविधान की प्रस्तावना शामिल की गई है। बता दें कि संविधान की मूल प्रस्तावना में ये दोनों शब्द नहीं थे। संविधान की प्रस्तावना में ये दोनों शब्द 1976 में 42वें संशोधन के जरिए शामिल किए गए थे।

कांग्रेस का आरोप- सांसदों को बांटी गई संविधान की कॉपी की प्रस्तावना से समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाए, जानिए क्या है सच्चाई

केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नई संसद के उद्घाटन के दौरान सांसदों को संविधान की जो कॉपी बांटी गई है, उसमें छपी प्रस्तावना से 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द हटा दिए गए हैं। इसपर बीजेपी ने कहा कि कॉपी में मूल संविधान की प्रस्तावना शामिल की गई है। बता दें कि संविधान की मूल प्रस्तावना में ये दोनों शब्द नहीं थे। संविधान की प्रस्तावना में ये दोनों शब्द 1976 में 42वें संशोधन के जरिए शामिल किए गए थे। 

कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है BJP की मंशा संदिग्ध है। ये बड़ी चतुराई से किया गया है। मैंने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन मुझे इस मुद्दे को उठाने का मौका नहीं मिला। आरोपों पर कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा, 'जब संविधान अस्तित्व में आया, तब समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द नहीं थे। ये शब्द संविधान के 42वें संशोधन में जोड़े गए।'
बता दें कि संविधान में बदलाव संशोधन के बिना मुमकिन नहीं है। सुप्रीम कोर्ट अपने एक फैसले में संविधान की प्रस्तावना को संविधान का हिस्सा मान चुका है। ऐसे में अगर इसमें से कोई भी शब्द हटाना या शामिल करना है तो एक अन्य संविधान संशोधन की जरूरत पड़ेगी।
क्या है सच्चाई
सूत्रों के मुताबिक पहले पन्ने पर ओरिजिनल प्रस्तावना है जबकि दूसरे पन्ने पर संशोधित प्रस्तावना भी है। अधीर रंजन का दावा एकतरफा है क्योंकि उन्होंने पूरी बात नहीं बताई। बता दें कि संसद का 5 दिन का विशेष सत्र 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा। सभी सांसदों को संविधान की कॉपी 18 सितंबर को ही संसद पहुंचा दी गई थीं। सभी सांसदों को संविधान की जो कॉपी दी गईं, वे 18 सितंबर को ही संसद पहुंचा दी गई थीं। संसद का 5 दिन का विशेष सत्र 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा।