महरौरा में अनुसूचित जाति कब्रिस्तान पर कब्जा का आरोप लगा उग्र हुए बस्ती वाले, तोड़ी चाहरदीवारी
- सीओ व थानाध्यक्ष को आवेदन दे कब्रिस्तान की घेराबंदी रोकने की लगाई गुहार
- महरौरा शिव मंदिर से पीछे सड़क किनारे स्थित है अनुसूचित जाति का कब्रिस्तान
केटी न्यूज/डुमरांव
महरौरा में महादलित समुदाय के कब्रिस्तान की घेराबंदी के मामले पर शुक्रवार को समुदाय के लोग खासे नाराज हो गए थे। महरौरा शिव मंदिर से पश्चिम रोड किनारे स्थित अनुसूचित जाति के कब्रिस्तान पर मिट्टी डालने तथा दीवार निर्माण को लेकर उनका गुस्सा फूटा था। अनुसूचित जाति बस्ती के दर्जनों लोग वहा जांकर जमकर विरोध प्रदर्शन किए तथा इस दौरान जमीन की घेराबंदी के लिए किए गए बाउंड्रीवाल को तोड़ दिए।
उनका कहना था कि इस जगह पर सैकड़ो वर्षों से उनके पूर्वज शव गाड़ते आ रहे है। लेकिन भू माफियाओं द्वारा उक्त जमीन को बेच दिया गया है। वही, जमीन खरीदने वाला जबरन कब्रिस्तान में बनाए गए पक्के निर्माण पर मिट्टी डाल उसका अस्तित्व मिटाने पर तूला है। जिससे कब्रिस्तान का वजूद मिट जाएगा। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने करीब दस फीट तक बाउंड्री वाल को तोड़ दिया।
हालांकि मौके पर प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे। जबकि अनुसूचित जाति वालों ने डुमरांव सीओ व थानाध्यक्ष को आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई है। आक्रोश जताने वालो में स्थानीय गांव के महेन्द्र राम, बाबूलाल अंबेडकर, ज्योति प्रकाश कुमार, श्रीभगवान राम, निर्मल राम, रामजीराम, योगेन्द्र राम, अखिलेश राम, कमलावती देवी, अजित राम, मनोज राम, फूलकुमारी, शिव परसन राम, पंचरतन राम समेत दर्जनों अन्य लोग मौजूद थे।
कहते है सीओ
ग्रामीणों का आवेदन मिला है। मामले की सूक्ष्मता से जांच करवाई जा रही है। यदि उक्त जमीन कब्रिस्तान की होगी तो उसकी घेराबंदी नहीं करने दी जाएगी। - शमन प्रकाश, सीओ, डुमरांव
क्या कहते है एसडीएम
महरौरा में अनुसूचित जाति कब्रिस्तान के घेराबंदी की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है। इसकी जांच करवाई जाएगी तथा दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। - राकेश कुमार, एसडीएम, डुमरांव