घर का आंगन घेरने के विवाद में बुजुर्ग किसान की पीट-पीट कर हत्या, इलाज के दौरान हुई मौत तीन आरोपित गिरफ्तार

घर का आंगन घेरने के विवाद  में बुजुर्ग किसान की पीट-पीट कर हत्या, इलाज के दौरान हुई मौत   तीन आरोपित गिरफ्तार

किसान के बेटे के बयान पर मामले की छानबीन में जुटी थी पुलिस 

केटीन्यूज/आरा

ओपी क्षेत्र के कारनामेपुर गांव में पूर्व के विवाद में एक बुजुर्ग किसान की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। उन्होंने इलाज के दौरान मंगलवार की शाम दम तोड़ दिया। मृतक कारनामेपुर गांव निवासी 76 वर्षीय पुत्र रामनाथ यादव थे। वह पट्टीदार की हत्या में आरोपित थे और पिछले साल अगस्त में जेल भी गए थे। उसी समय से दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। उसी प्रतिशोध में किसान की हत्या की चर्चा है।

हत्या का आरोप उनके पट्टीदारों पर लगा है। उसे लेकर किसान के पुत्र मोहन यादव की ओर से सात पट्टीदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। उनमें करनामेपुर गांव निवासी हरेंद्र यादव, रामजी यादव और महेश यादव शामिल हैं। जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह ने

बताया कि रामनाथ यादव अपने पुत्र मोहन यादव के साथ 11 जनवरी की सुबह आंगन घेरने के लिए गांव पहुंचे थे। वह कुछ लोगों को बुलाकर अपना आंगन घेरवा रहे थे।‌ तभी पट्टीदार रामजी यादव, हरेंद्र यादव, शत्रुघ्न यादव, महेश यादव, शारदा देवी, सोनी देवी और सरिता देवी द्वारा जबरन काम रुकवा दिया गया। उसके बाद मोहन यादव अपने पिता रामनाथ यादव के साथ थाने में जा रहे।

तब आरोपितों द्वारा रामनाथ यादव की पिटाई कर दी गयी। उनका इलाज कराया जा रहा था। इलाज के दौरान मंगलवार की शाम उनकी मौत हो गयी। सूचना मिलने पर आरोपितों की गिरफ्तारी को एक टीम गठित कर छापेमारी शुरू की गयी। टीम की ओर से तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है।

टीम में ओपी इंचार्ज मनीष कुमार, एएसआई मुनेश्वर दास और धनश्याम ठाकुर सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। पूर्व से ही चल रहा दोनों पक्षों के बीच विवाद, अगस्त में मारपीट में दूसरे पक्ष के एक बुजुर्ग की हुई थी मौत करनामेपुर गांव निवासी मोहन यादव और उनके पट्टीदार रामजी यादव के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा है।

उसे लेकर दोनों के बीच पूर्व में भी हिंसक झड़प हो चुकी है। उसमें पहले भी दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। उस विवाद में हत्या की यह दूसरी घटना है। बताया जा रहा है कि 28 अगस्त 2022 को रामनाथ यादव और उनके पट्टीदार वीरेंद्र यादव के परिजनों में मारपीट हुई थी।

उसमें वीरेंद्र यादव गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। उनकी दो दिन बाद  30 अगस्त को पटना पीएचसी में मौत हो गयी थी। उसे लेकर वीरेंद्र यादव के बेटे शत्रुघन यादव द्वारा स्थानीय थाना में रामनाथ यादव, उनके दो बेटे व बहू के खिलाफ नामजत प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी। उसके बाद पुलिस द्वारा रामनाथ यादव सहित सभी को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया था।

कुछ माह पूर्व ही रामनाथ यादव बेल पर जेल से छूटकर आए थे। इस बीच मंगलवार की शाम उनकी मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि रामनाथ यादव को तीन पुत्री और दो पुत्र  मोहन यादव व पवन यादव हैं। घटना के बाद उनके घर में कोहराम मच गया है।