एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट ने खोली विधायकों और सांसदों की पोल

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने 755 सांसदों और 3938 विधायकों के हलफनामों का अध्ययन किया।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट ने खोली विधायकों और सांसदों की पोल
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केटी न्यूज़/पटना

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने 755 सांसदों और 3938 विधायकों के हलफनामों का अध्ययन किया।बिहार में एक सांसद और आठ विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि 151 सांसद और विधायक ऐसे हैं जिन पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं। इनमें सबसे ज्यादा 25 मामले पश्चिम बंगाल से हैं। वहीं बिहार में कांग्रेस को छोड़कर किसी भी दल का कोई भी विधायक पूरी तरह से बेदाग नहीं है।

इनमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव भी शामिल हैं। हसनपुर से विधायक तेजप्रताप पिछली सरकार में मंत्री थे। उनके खिलाफ कुल पाँच मामले दर्ज हैं, जिनमें से तीन गंभीर अपराधों से संबंधित हैं और नौ अन्य धाराओं के तहत। भाजपा, जदयू, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और भाकपा के एक-एक विधायक ने भी अपने हलफनामे में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में आरोपी होने का उल्लेख किया है

राजद के जहानाबाद सांसद सुरेंद्र यादव पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं। सुरेंद्र यादव जहानाबाद से पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं। उनके खिलाफ कुल सात मामले दर्ज हैं, जिनमें से सात गंभीर अपराधों से संबंधित हैं और 22 अन्य धाराओं के तहत। राजद के चार विधायक भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

यह रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामों पर आधारित है। इनमें एसिड अटैक, बलात्कार, छेड़खानी और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।बिहार के जनप्रतिनिधियों पर महिलाओं के खिलाफ बहुत गंभीर आरोप नहीं हैं। इसका मतलब यह भी नहीं है कि वे निर्दोष हैं।एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की इस रिपोर्ट में विपक्षी राजद और माले के अलावा सत्ताधारी जदयू, बीजेपी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के विधायकों के भी नाम हैं।इन मामलों में अंतिम फैसला अदालत को करना है।