ब्रह्मपुर में फर्जी शिक्षिका पर बीईओ ने दर्ज कराया एफआईआर
लोकशिकायत के निर्देश पर आखिरकार ब्रह्मपुर के उर्दू मध्य विद्यालय भरखर में कोचस की राबिया परवीन के नाम पर फर्जी तरीके से शिक्षका की नौकरी करने वाली जमीला खातून के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया। उस पर ब्रह्मपुर के प्रभारी बीईओ जितेन्द्र कुमार ने एफआईआर दर्ज कराया है
- डुमरांव नगर परिषद की वार्ड का चुनाव लड़ चुकी है फर्जी शिक्षिका जमीला खातून, कोचस की राबिया के प्रमाण पत्र पर कर रही थी नौकरी
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
लोकशिकायत के निर्देश पर आखिरकार ब्रह्मपुर के उर्दू मध्य विद्यालय भरखर में कोचस की राबिया परवीन के नाम पर फर्जी तरीके से शिक्षका की नौकरी करने वाली जमीला खातून के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया। उस पर ब्रह्मपुर के प्रभारी बीईओ जितेन्द्र कुमार ने एफआईआर दर्ज कराया है तथा वेतन रिकवरी के लिए नीलाम पत्र भी दायर किया गया है।
डुमरांव के वार्ड 21 अंतर्गत बागमुंशी ढेलवानी मोहल्ले के नसीम अंसारी उर्फ गोरख की पत्नी है। गोरख डुमरांव नगर परिषद के दो बार वार्ड पार्षद भी रह चुके है तथा जमीला भी डुमरांव में दो बार वार्ड का चुनाव लड़ी थी, लेकिन चुनाव नहीं जितने के बाद उसने विभागीय सांटगाठ से कोचस की राबिया परवीन के कुटरचित शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमात्र पत्रों के आधार पर वर्ष 2015 में ही फर्जी शिक्षिका बन विभाग को लाखों रूपए का चुना लगा चुकी है।
खास यह कि पटना हाई कोर्ट के निर्देश पर फर्जी शिक्षकों की जांच कर रही निगरानी विभाग की रडार से भी वह पिछले आठ वर्षों से बचती आ रही है। लेकिन उसके पड़ोस के एक व्यक्ति ने अनुमंडल लोकशिकायत में परिवाद दायर कर उसके प्रमाण पत्र को फर्जी बताया था। प्रमाण कि लिए उसने चुनाव के दौरान प्रस्तुत कागजातों को भी दिया था। दोनों नामों में फोटो एक ही महिला का था।
जिसके बाद लोक शिकायत के निर्देश पर विभाग द्वारा इसकी जांच करवाई गई। जिसमें लोक शिकायत में लगे आरोपो की पुष्टि हो गई। इसके बाद डीईओ शारिक असरफ के निर्देश पर ब्रह्मपुर के प्रभारी बीईओ ने बुधवार को उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया। एफआईआर दर्ज होने के बाद राबिया बनी जमीला खातून की मुश्किलें बढ़ गई है। उस पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटकी है।
ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बीईओ के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। उन्हांेने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब हो कि जमीला जैसे प्रखंड व जिले में सैकड़ो ऐसे शिक्षक है, जो दूसरे के नाम पर फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे है।
लेकिन, ताज्जूब कि अभी तक निगरानी विभाग की पकड़ में नहीं आ सकें है। जिस कारण कई सवाल खड़े हो रहे है। बहरहाल लोक शिकायत के निर्देश पर एफआईआर दर्ज होने के बाद दूसरों के नाम पर नौकरी करने वाले शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।