नीलगाय से टकराई व्यवसायी की मोपेड, मौत

ग्रामीण इलाकों में आवारा पशुओं और खासकर नीलगायों की बढ़ती संख्या अब राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। बुधवार देर रात नया भोजपुर थानाक्षेत्र के प्रतापसागर गांव के समीप हुई सड़क दुर्घटना इसका ताजा उदाहरण है। हादसे में सिमरी प्रखंड के ढकाईच गांव निवासी अशोक साह की जान चली गई। वे बक्सर से अपनी दुकान के लिए सामान खरीदकर मोपेड से लौट रहे थे कि अचानक सड़क पार करती नीलगाय से टकराकर अनियंत्रित हो गए।

नीलगाय से टकराई व्यवसायी की मोपेड, मौत

केटी न्यूज/डुमरांव

ग्रामीण इलाकों में आवारा पशुओं और खासकर नीलगायों की बढ़ती संख्या अब राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। बुधवार देर रात नया भोजपुर थानाक्षेत्र के प्रतापसागर गांव के समीप हुई सड़क दुर्घटना इसका ताजा उदाहरण है। हादसे में सिमरी प्रखंड के ढकाईच गांव निवासी अशोक साह की जान चली गई। वे बक्सर से अपनी दुकान के लिए सामान खरीदकर मोपेड से लौट रहे थे कि अचानक सड़क पार करती नीलगाय से टकराकर अनियंत्रित हो गए।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। प्रतापसागर और आसपास के क्षेत्रों में नीलगाय अक्सर सड़क पर निकल आते हैं, जिससे वाहन चालकों को खतरे का सामना करना पड़ता है। कई बार तो लोग मामूली रूप से घायल होकर बच जाते हैं, लेकिन इस बार हादसा गंभीर साबित हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल व्यापारी को अस्पताल भिजवाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

गांव में अशोक साह की मौत की खबर मिलते ही मातमी सन्नाटा छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आवारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें।

थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नीलगायों के बढ़ते आतंक को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक सड़क हादसों का सिलसिला थमना मुश्किल है।