यज्ञ मंडप की परिक्रमा से मिलता है यज्ञ करने का लाभ : नारायणाचार्य
- पंचाग पूजन, मंडप प्रवेश व अरणी मंथन के साथ विधिवत रूप से शुरू हुआ रूद्र महायज्ञ
- पहले ही दिन हजारों श्रद्धालुओं ने किया यज्ञ मंडप का परिक्रमा
केटी न्यूज/चौगाई
ठोरी पांडेयपुर में आयोजित रूद्र महायज्ञ में सोमवार को पंजाग पूजन, मंडप प्रवेश व अरणी मंथन किया गया। वैदिक विधान व मंत्रोच्चार के बीच हुए अरणी मंथन के दौरान अग्नि प्रज्जवलित होते ही इलाका श्रद्धालुओं के जयघोष से गूंजायमान हो उठा। इसके बाद जहा यज्ञाचार्य व वैदिक ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व हवन के द्वारा महायज्ञ के विधानों को शुरू किया गया। वहीं श्रद्धालुओं द्वारा मंडप परिक्रमा की शुरूआत की गई। पहले दिन ही हजारों श्रद्धालु इस महायज्ञ में शामिल हुए तथा यज्ञ मंडप की परिक्रमा किए। श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के मंगलानुशासन और वैष्णव मणि नारायणाचार्य जी महाराज के निर्देशन में चल रहे श्री रूद्र महायज्ञ को लेकर ग्रामीणों के साथ ही इलाके के श्रद्धालुओं में जबर्दस्त उत्साह व्यात्प है। इस आयोजन से इलाके का वातावरण भक्तिमय बन गया है। यज्ञाचार्य पंडित उमाकांत ओझा के नेतृत्व में दर्जनों वैदिक ब्राह्मणों द्वारा यज्ञ कुंड में आहुतियां दी जा रही है। यज्ञ मंडप के परिक्रमा की शुरूआत नारायणाचार्य जी महाराज और देश के कोने कोने से पधारे संत महात्माओं के द्वारा की गई। श्री नारायणाचार्य जी महाराज ने कहा कि यज्ञ मंडप की परिक्रमा मात्र से ही पूरे यज्ञ का फल मिल जाता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ मंडप की परिक्रमा संपूर्ण यज्ञ कराने व श्रवण के बराबर होता है। वैष्णव मणि नारायणाचार्य के नेतृत्व में साधु संतों द्वारा यज्ञ मंडप की परिक्रमा करते देख श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश के कोने कोने से आए संत महात्माओं के पीछे-पीछे परिक्रमा कर रहे थे। यह सिलसिला पूरे दिन जारी रहा। आस पास के गांवों से आने वाले श्रद्धालु पुरूष व महिलाओं के द्वारा पूरे दिन परिक्रमा किया जा रहा है। जो आकर्षण का केन्द्र बना रहा।
मांगलिक गीत गा महिलाएं कर रही थी परिक्रमा
यज्ञ मंडप के परिक्रमा में पुरूषों से अधिक महिला श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। वे मांगलिक गीत गाते हुए यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर रही थी। देर तक महिलाओं का जत्था परिक्रमा करते देखी गई। महायज्ञ परिसर में आने के साथ ही सभी श्रद्धालुओं के चेहरे पर भक्ति भाव की भंगिमा साफ दिखाई पड़ रही थी।
वैदिक मंत्रोच्चार व महादेव के जयकारे से गूंजता रहा इलाका
महायज्ञ में विद्वान ब्राह्मणों द्वारा किए जा रहे वैदिक मंत्रोच्चार की ध्वनि दूर दूर तक सुनाई पड़ रही है। यज्ञाचार्य पंडित उमाकांत ओझा के निर्देशन में हो रहे मंत्रोच्चारण से पूरे गांव में भक्तिरस की अविरल धारा बह रही हैं। श्रद्धालुओं द्वारा रह रहकर देवाधिदेव महादेव के जयघोष लगाए जा रहे थे। दूसरी ओर, यज्ञ मंडप के चारों तरफ मेला का आयोजन भी हुआ है। जिसमें पूरे दिन बच्चों का हुजूम उमड़ा रहा। वहीं, भागवत कथा के दौरान भी हजारों श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो कथामृत का पान कर रहे थे। नारायणचार्य जी महाराज द्वारा भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। जिसे सुनने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु महायज्ञ मंडप परिसर में आ रहे है। महायज्ञ के आयोजन से ग्रामीणों में उत्साह का संचार हो गया है।