पंचमंदिर को जाने वाले मुख्य पथ के किनारे खुले में बेचा जा रहा कटा मांस व मुर्गा

पंचमंदिर को जाने वाले मुख्य पथ के किनारे खुले में बेचा जा रहा कटा मांस व मुर्गा

- स्थानीय निवासियों ने जताया आक्रोश, पूरे दिन पड़ा रहता है मांस व खून के अलावे मुर्गें की पंखुड़िया, नाक भौं सिकोड़ मंदिर आते जाते है श्रद्धालु

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव रेलवे स्टेशन के करीब स्थित प्रसिद्ध पंचमंदिर को जाने वाले मुख्य मार्ग स्टेशन रोड के किनारे पिछले कुछ समय से कटे मांस व मुर्गे की बिक्री हो रही है। जिस कारण मंदिर में पूजा अर्चना करने जाने वाले श्रद्धालुओं को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावे स्थानीय निवासियों को भी कटे मांस व खून के सड़ांध का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर आने जाने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि जिस जगह पर खुले में मांस मछली व मुर्गा की बिक्री की जाती है, वहां एक बड़े दायरे में हर समय खून के धब्बे, मुर्गें की पंखुड़िया तथा अन्य अवशेष पड़े रहते है, जिस कारण श्रद्धालुओं को नाक भौं-सिकोड़ मंदिर आना जाना पड़ रहा है। 

इसके अलावे खुले में मांस व मुर्गें की बिक्री से शहर के स्वच्छता अभियान पर भी बट्टा लग रहा है। एक तरफ नगर परिषद प्रशासन स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर परिषद को पूरे राज्य में औव्वल स्थान पाने के लिए प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में जल जीवन हरियाली योजना के अलावे बडे पैमाने पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। सड़कों के किनारे लाईट भी लगाए जा रहे है, लेकिन नगर परिषद के इस कवायद पर खुले में मांस व मुर्गे की बिक्री करने वाले बट्टा लगा रहे है। जिससे नगर परिषद के स्वच्छता मिशन अभियान पर ग्रहण लगता दिखाई पड़ रहा है। 

महाराजा पेट्रोल पंप के पास हो रही है बिक्री

बता दें कि पंचमंदिर से महज 150-200 मीटर दूर महाराजा पेट्रोल पंप के पास सड़क के दोनांे किनारे कटे मांस, मुर्गा व मछली की बिक्री की जा रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहले सिर्फ एक दुकान थी, लेकिन अब धीरे-धीरे चार-पांच दुकाने हो गई है। जिससे पूरे समय यह इलाका दुर्गंध से भरा रहता है। लोगों का कहना है कि यदि शासन प्रशासन द्वारा शीघ्र इसपर लगाम नहीं लगाया गया तो इससे टकराव की नौबत भी आ सकती है। कई बार स्थानीय निवासियों ने मांस व मुर्गा विक्रेताओं को यहां कटे मांस व मुर्गा की बिक्री करने से मना किया है, बावजूद उनपर कोई असर नहीं पड़ा है। जिससे आस के लोगों के साथ ही मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं का आक्रोश बढ़ते जा रहा है।

हर दिन सैकड़ो श्रद्धालु जाते है पूजा करने

बता दें कि स्टेशन के पास स्थित पंच मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर से स्थानीय स्टेशन व कमल नगर के अलावे टेक्सटाईल कॉलोनी, लालगंज कड़वी, खिरौली व चाणक्य कॉलोनी तक के निवासियों की गहरी आस्था जुड़ी है। हर दिन इस मंदिर में सुबह शाम सैकड़ो की तदात में महिला व पुरूष श्रद्धालु पूजा पाठ करने आते है। जिनमें महिलाओं की संख्या सबसे अधिक रहती है। जिन्हें इस कटे मांस व मुर्गे से परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

कहते है मोहल्लेवासी

खुले में कटे मांस व मुर्गे की बिक्री के खिलाफ स्थानीय निवासियों में आक्रोश है। इस संबंध में केशव टाइम्स ने लोगों की प्रतिक्रियाएं ली है। स्थानीय निवासी लालकेश्वर लाल ने बताया कि उनके दरवाजे के सामने मांस मुर्गे की बिक्री की जा रही है। जिससे घर में रहना दुश्वार हो गया है। संटू मित्रा ने बताया कि हर दिन सुबह व शाम मंदिर जाने के दौरान उन्हें इससे परेशानी होती है। खासकर शाम के समय मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिक संख्या रहती तथा इसी समय सबसे अधिक मांस व मुर्गे को काटा जाता है। जिससे श्रद्धालुओं का आक्रोश बढ़ते जा रहा है। वही, कमल नगर मोहल्ले के मंटू सिंह, बब्लू पांडेय, धीरज ठाकुर, मिल्टन दूबे समेत कई अन्य लोगों ने अनुमंडल प्रशासन व नगर परिषद प्रशासन से इस पर रोक लगाने की मांग की है। 

कहते है मुख्य पार्षद प्रतिनिधि

खुले में मांस की बिक्री प्रतिबंधित है। शहर में एक वधशाला है, दूसरा वधशाला भी बनवाया जा रहा है। मांस व मुर्गा विक्रेताओं को वधशाला से ही अपना व्यवसाय करना होगा। जल्दी ही नगर परिषद ऐसे विक्रेताओं को चिन्हित कर नोटिस जारी करेगी। खुले में मांस की बिक्री कर शहर की खुबसूरती पर बट्टा लगाने की छूट नहीं दी जाएगी। - सुमित कुमार गुप्ता, चेयरमैन प्रतिनिधि, नगर परिषद डुमरांव