बक्सर में मेडिलक इंस्ट्टियूट के नाम पर दर्जनों छात्रों से लाखों की ठगी, भावी विधायक बताने वाले संचालक फरार
बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र में दो लाख रूपए देकर फर्जी आईपीएस अधिकारी बनने वाले मिथिलेश की कहानी देशभर में सोसल मीडिया पर सुर्खिया बटोर रही है। कुछ इसी तरह से बक्सर के इटाढ़ी रोड में फर्जी पैरामेडिकल कॉॅलेज खोल दर्जनों छात्रों से लाखों रूपए की ठगी की गई है।
- मीडिया में खबर आने के बाद दर्ज हुआ एफआईआर, ठगा महसूस कर रहे है पीड़ित छात्र
- बीएएमएस से लेकर एएनम, जीएनएम, बी.एससी नर्सिंग, बीपीटी जैसे कोर्सों में नामांकन के नाम पर ऐढ़ा है मोटी रकम
केटी न्यूज/बक्सर
बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र में दो लाख रूपए देकर फर्जी आईपीएस अधिकारी बनने वाले मिथिलेश की कहानी देशभर में सोसल मीडिया पर सुर्खिया बटोर रही है। कुछ इसी तरह से बक्सर के इटाढ़ी में फर्जी पैरामेडिकल कॉॅलेज खोल दर्जनों छात्रों से लाखों रूपए की ठगी की गई है। पैसा देने के चार साल बाद भी उक्त फर्जी संस्थान ने छात्रों को न तो कॉलेज विजिट कराया और न ही परीक्षा लिया। जिसके बाद छात्रों के सब्र का बांध छलका तथा मुफस्सिल थाने पहुंच पुलिस को संस्थान के प्राचार्य व तथाकथित डॉ. धजनी पाल के खिलाफ लिखित शिकायत दी। लेकिन, पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बदले छात्रों से समझौता करने की नसीहत दे रही है। जब मामला मीडिया तक पहुंचा तब इटाढ़ी थाने ने छात्रों की शिकायत के बाद भी अभी तक एफआईआर दर्ज नही किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार इटाढ़ी में संचालित होने वाले फर्जी पाल पैरामेडिकल इंस्ट्टियूट एंड हॉस्पिटल के नाम पर पटना, भोजपुर, नालंदा, रोहतास समेत कई जिलों के युवाओं से बीएएएमएस तथा पैरामेडिकल के अन्य कोर्स के नाम पर लाखों रूपए की उगाही की गई है। पीड़ित नालंदा के नालंदा के मनीष कुमार ने बताया कि जीएनएम कोर्स के नाम पर उसने वर्ष 2020 में ही पांच लाख रूपए दिए थे। रोहतास के ज्योतिष कुमार ने बताया कि वह गुगल पर नर्सिंग कॉलेज को सर्च किया था, जिसके बाद ए एक अनजान नंबर से फोन आया और पूछा गया कि आपेन कॉलेज सर्च किया है, नामांकन लेना है तो चले आइए इटाढ़ी, भोजपुर जिले के शाहपुर के शिवशंकर ने इटाढ़ी पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि उसे किसी परिचित ने इस इंस्ट्टियूट के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद मैने यहां आकर पूरा फीस भरा, लेकिन उसका स्लीप तक नहीं दिया गया।
छात्रों ने कहा कि जब भी वे कॉलेज के कथित प्राचार्य डॉ. धनजी से संपर्क करते तो वह उन्हंे झांसे में लेकर कहता कि जल्दी ही आपकों कॉलेज विजिट कराया जाएगा तथा आपकी परीक्षा ली जाएगी। उक्त इंस्ट्टियूट परिसर में उसने अपने फोटो के साथ खुद को डिहरी विधानसभा क्षेत्र के भावी प्रत्याशी भी घोषित कर रखा है। छात्रों ने बताया कि उसका बड़े पैमाने पर सेटिंग है, जिसके बल पर वर्षों से वह छात्रों का दोहन कर रहा है। छात्रों ने बताया कि वह हमेशा हमे धमकी देता है कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। जिससे छात्र डरकर उसके खिलाफ मुंह नहीं खोलते थे। लेकिन, जब उनका पैसा तथा चार साल का समय बर्बाद हो गया तो थक हारकर करीब सात-आठ छात्रों ने शिकायत की है।
इंस्ट्यियूट में मिले फी स्ट्रक्चर
इटाढ़ी स्थित पाल पैरामेडिकल इंस्ट्टियूट के कैंपस में उसका फी- स्ट्रक्चर भी मीडिया के हाथ लग गया। जिसमें एएनएम के लिए 1.5 लाख रूपए, जीएनएम के लिए पांच लाख रूपए, बी.एससी नर्सिंग कोर्स के लिए छह लाख रूपए, बी. फार्मा के लिए साढ़े चार लाख रूपए, डी. फार्मा के लिए 1.5 लाख रूपए, डीएमएलटी कोर्स के लिए 80 हजार, सीएमएस एंड ईडी के लिए 50 हजार, बीपीटी के लिए साढ़े चार लाख रूपए का फीस निर्धारित किया गया है।
कहते है डीएसपी
मीडिया के द्वारा ही जानकारी मिली है। पुलिस मामले की जांच करेगी दोषी पाए जाने पर एफआईआर होगा। - धीरज कुमार, सदर डीएसपी, बक्सर