श्रद्धालुओं के लिए बने सामुदायिक शौचालय पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा
पांच लाख की लागत से नगर परिषद ने कराया था निर्माण
केटी न्यूज/डुमरांव
स्थानीय नगर देवी मां काली आश्रम एक लोक आस्था का प्राचीन मंदिर है, जहां श्रद्धालुओं का आवागमन प्रतिदिन बना रहता है। श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर नगर परिषद प्रशासन ने कांव नदी से सटे सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया, जिस पर नगर परिषद ने पांच लाख से अधिक की राशि खर्च की थी। उम्मीद थी कि इस शौचालय के बनने से आसपास के लोगों के अलावे मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को
शौच करने में किसी प्रकार की असुविधा नही होगी लेकिन इन दिनों शौचालय के बाहर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। अतिक्रमणकारी बाहर के हिस्से को कब्जा कर उस पर झोपड़ी खड़ा कर दिया है। शौचालय के गेट के बगल में मवेशियों को बांधकर नाद चरण का निर्माण कर दिया है।
साथ ही चारो तरफ बांस-बल्ले पर जाला लगाकर कब्जा कर लिया गया है, जिससे आम लोगों को काफी मुश्किलें हो गयी है। श्रद्धालु और आसपास के लोग खुले में शौच करने पर विवश है। मंदिर समिति के लोग इस मामले को लेकर कई बार नप प्रशासन से गुहार लगाया लेकिन प्रशासन मौन साधे है। ऐसी स्थिति में स्वच्छ भारत अभियान का सपना धराशायी हो रहा है।
जानकारों का कहना है कि शहर में गरीब भूमिहीनों के लिए बने शौचालयों के बाहर अतिक्रमण और तालाबंद होने से उसका उपयोग नहीं हो रहा है। ऐसे शौचालय महज शो पीस बन गये है, जिस पर लाखों रुपये सरकारी धन खर्च कर यूं ही बर्बाद कर दिया गया।