"महाविद्यालय में त्रुटि सुधार के लिए आवेदन देने के आदेश पर छात्र संगठन ने विरोध जताया"
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) की सारण जिला इकाई ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन के नए आदेश पर गंभीर आपत्ति जताई है।
केटी न्यूज़/छपरा
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) की सारण जिला इकाई ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन के नए आदेश पर गंभीर आपत्ति जताई है। एआईएसएफ के राज्य नेता राहुल कुमार यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में आने से रोकने का आदेश जारी किया है।
राहुल कुमार यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की समस्याओं को हल करने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की है, जिसमें छात्रों को अपनी शिकायतें और आवेदन कॉलेजों के माध्यम से विश्वविद्यालय तक भेजनी होती हैं। लेकिन, उनका कहना है कि कई कॉलेजों में इस व्यवस्था का सही तरीके से पालन नहीं किया जा रहा है। छात्रों को कॉलेजों में मनमानी और अनावश्यक आर्थिक व मानसिक शोषण का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कई महीनों से सैकड़ों छात्र-छात्राएं कॉलेजों के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को आवेदन भेज चुके हैं, लेकिन इन आवेदनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। न ही छात्रों को कोई उचित जवाब मिला है। कॉलेज के कर्मचारियों द्वारा छात्रों को यह सलाह दी जाती है कि वे विश्वविद्यालय जाकर जानकारी लें, जिससे छात्रों को बार-बार कॉलेज और विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है और उन्हें आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
राहुल कुमार यादव ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि वे एक सिंगल विंडो सिस्टम लागू करें, ताकि छात्रों की समस्याओं का समाधान आसानी से हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालय कैम्पस में एक पूछ-ताछ काउंटर और शिकायत/सुझाव काउंटर स्थापित किए जाएं। इसके अलावा, छात्रों को उनके आवेदन पत्रों की रिसीविंग की एक कॉपी दी जाए, जिसमें आवेदन की समीक्षा और समाधान की तिथि भी दर्ज हो। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि छात्रों के आवेदन पर समय पर कार्रवाई की जाए और उनके मुद्दों का समाधान किया जाए।