"बिहार में शिक्षकों का आक्रोश: दीपावली पर सिर्फ एक दिन की छुट्टी, सरकार से मांग की गई संशोधन"

बिहार शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस साल की अवकाश तालिका के अनुसार, छठ के खरना के दिन भी विद्यालय खुले रहेंगे। दीपावली पर केवल एक दिन की छुट्टी दी गई है

"बिहार में शिक्षकों का आक्रोश: दीपावली पर सिर्फ एक दिन की छुट्टी, सरकार से मांग की गई संशोधन"

केटी न्यूज़/छपरा

बिहार शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस साल की अवकाश तालिका के अनुसार, छठ के खरना के दिन भी विद्यालय खुले रहेंगे। दीपावली पर केवल एक दिन की छुट्टी दी गई है, जिससे शिक्षकों में काफी आक्रोश उत्पन्न हुआ है। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की है।

शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा अवकाश में कटौती ने शिक्षकों को परेशान कर दिया है। 31 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर केवल एक दिन की छुट्टी मिलने से बाहरी राज्यों में कार्यरत और दूरदराज क्षेत्रों में पदस्थ हजारों शिक्षक अपने परिवारों के साथ त्योहार नहीं मना पाएंगे। सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर एक दिन में घर आना-जाना संभव नहीं है, जिससे शिक्षकों में मायूसी का माहौल बना हुआ है।

उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से 2023 तक दीपावली से लेकर छठ तक छुट्टी होती थी, लेकिन इस वर्ष पहली बार यह लगातार छुट्टी नहीं दी गई है। अवकाश तालिका के निर्माण में अदूरदर्शिता के कारण नहाय खाय और खरना जैसे अवसरों पर विद्यालय खोलना और छुट्टी न देना निंदनीय है। शिक्षक नेता ने शिक्षा विभाग और सरकार से मांग की कि अविलंब अवकाश तालिका में संशोधन कर दीपावली से छठ तक छुट्टी की घोषणा की जाए, ताकि सभी शिक्षक त्योहार अपने परिवार के साथ मना सकें। 

इस अवसर पर संजय यादव, विनोद राय, हवलदार मांझी, निजाम अहमद, पंकज प्रकाश, पीयूष तिवारी, संतोष सिंह, श्यामबाबू सिंह, सुमन कुशवाहा, अनिल दास, स्वामीनाथन राय, एहसान अंसारी, मंटू कुमार मिश्रा, विनायक यादव, शौकत अली, जयप्रकाश तिवारी, मंटू सिंह, ललन राय और उमेश राय सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।