बिहार की पहचान और विकास के लिए सभी को आगे आने की जरूरत: आईपीएस विकास वैभव

डेहरी (रोहतास)। बिहार को उसकी खोई हुई पहचान वापस दिलाने और राज्य में बदलाव लाने के लिए सभी को आगे आना होगा, तभी बिहार विकास कर सकेगा।

बिहार की पहचान और विकास के लिए सभी को आगे आने की जरूरत: आईपीएस विकास वैभव

केटी न्यूज़/ रोहतास

 डेहरी (रोहतास)। बिहार को उसकी खोई हुई पहचान वापस दिलाने और राज्य में बदलाव लाने के लिए सभी को आगे आना होगा, तभी बिहार विकास कर सकेगा। ये बातें बिहार के प्रसिद्ध आईपीएस और "लेट्स इंस्पायर बिहार" के सृजनकर्ता विकास वैभव ने रविवार को डालमियानगर ड्रीम हाउस में अभिनव कला संगम द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में कही। 

उन्होंने बिहार के स्वर्णिम इतिहास पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए बिहार के गौरव को लौटाना आवश्यक है, और यह तभी संभव है जब बिहार के युवा जाति और धर्म से ऊपर उठकर आगे आएं। उन्होंने बताया कि "लेट्स इंस्पायर बिहार" का तीसरा बड़ा संवाद सम्मेलन 1 दिसंबर 2024 को रोहतास के फैजलगंज स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। 

विकास वैभव ने कहा कि उन्हें रोहतास की मिट्टी से गहरा लगाव है, जहां उन्होंने नक्सल क्षेत्र में लोगों को असली आजादी दिलाई और अब वहां अमन-चैन है। उन्होंने बताया कि जिस तरह रोहतास में बदलाव आया है, उसी तरह बिहार में भी बदलाव लाना है। 

लॉ इंस्टिट्यूट दिल्ली के संस्थापक अलोक रंजन और समाजसेवी लव सिंह ने कहा कि 1 दिसंबर को सासाराम में होने वाले "नमस्ते बिहार" समारोह के लिए सभी को मिलकर डोर टू डोर कैंपेन चलाना चाहिए ताकि डेहरी और आसपास के क्षेत्र से यह कार्यक्रम ऐतिहासिक बन सके।

कार्यक्रम में अभिनव कला संगम के सचिव विनय मिश्रा, उपाध्यक्ष सिमल सिंह, निदेशक प्रो रणधीर सिन्हा, कोषाध्यक्ष शिवजी गुप्ता, ओम जी यादव, इंद्र कुमार बाघा, मुकुल मणि, संतोष राय, मनोज गुप्ता, कृष्णा यादव, राहुल सिंह, शंभू गुप्ता, बैजू गुप्ता समेत अन्य सदस्यों ने आईजी विकास वैभव और अन्य अतिथियों को सम्मानित किया। 

संवाद कार्यक्रम में लेट्स इंस्पायर बिहार के जिला समन्वयक यश उपाध्याय, अश्वनी सिंह, अधिवक्ता और वेलनेस कोच आसिफ करीम, उर्मिला देवी आदि ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन संस्था के अध्यक्ष कमलेश कुमार ने किया।