आर्म्स का भय-दिखा भगवान अपराधियों ने लूट ली ठाकुरबाड़ी से सौ साल पुरानी भगवान राम-जानकी व लक्ष्मण की मूर्ति
- छोटकी धर्मपुर गांव के ठाकुरबाड़ी की सोमवार रात हुई वारदात
-छह घंटा बाद पुलिस को मिली जानकारी
केटी न्यूज /आरा
अपराधियों के द्वारा आर्म्स दिखा कर ठाकुरबाड़ी से भगवान राम, लक्ष्मण व माता सीता की बहुमूल्य मूर्ति चोरी कर ले गए। घटना धोबहां ओपी क्षेत्र के छोटकी धर्मपुर गांव स्थित ठाकुरबाड़ी से सोमवार की रात लगभग दो बजे के करीब हुई । जब अपराधियों ने ठाकुरबाड़ी के पुजारी को बंधक बनाकर चोरी घटना को अंजाम दिया गया है। मंदिर समिति द्वारा मूर्तियां काफी पुरानी और अष्टधातु की बतायी जा रही है, जिनकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे ग्रामीणों के पहुंचने के बाद पुजारी द्वारा थाने को घटना की सूचना दी गयी।
जिसके पुलिस घटना की छानबीन, मूर्तियों की बरामदगी और अपराधियों की धरपकड़ में जुट गई। पुलिस के द्वारा पुजारी से पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों से भी पूरी घटना की जानकारी ली जा रही है। मंदिर के पुजारी मदन मोहन पांडेय रोज की तरह सोमवार की रात भी ठाकुरबाड़ी में सो रहे थे। रात करीब दो बजे दो की संख्या में अपराधी ठाकुरबाड़ी में पहुंचे। अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर पुजारी को बंधक बना लिया। उसके बाद तीनों मूर्तियां लूट ले गए। मंदिर में लूट की सूचना मिलने पर ओपी इंचार्ज सुशांत कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की छानबीन की। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि
घटना की छानबीन की जा रही है। पुजारी से पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों से भी घटना की जानकारी ली जा रही है। घटना में लोकल लोगों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। मूर्तियां की बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी को एएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गयी है। जल्द ही अपराधी पकड़े जायेंगे और घटना का खुलासा होगा। घटना की सुचना छह घंटे बाद थाने को दी गयी लूट की सूचना, बिलंब की वजहों की पुलिस कर रही तफ्तीश है। घटना को लेकर पुलिस को संदेह उत्पन्न हो गया है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लूट की सूचना आखिर इतनी देर से क्यों दी गयी! कहीं इसमें किसी लोकल की संलिप्तता तो नहीं है! इसी संदेह को क्लीयर करने के लिए पुलिस पुजारी से पूछताछ कर रही है। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पुजारी के अनुसार घटना रात करीब दो बजे की है। तब पुजारी के पास मोबाइल भी था। उसके बावजूद उनके द्वारा तत्काल पुलिस को घटना की सूचना नहीं दी गयी। ग्रामीणीं की मानें तो मंदिर करीब सौ साल पुरानी है। फिलहाल मंदिर में काम चल रहा है।