अनुमंडल में जमीन विवाद में गरजी बंदूकें, कब्जा जमाने पहुंचे थे दो दर्जन से अधिक लोग
- पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर पक्षपात का लगाया आरोप
- गलत तरीके से रजिस्ट्री कराने के बाद कब्जा जमाने पहुंचे थे दो दर्जन से अधिक लोग
केटी न्यूज/डुमरांव
स्थानीय अनुमंडल में जमीन विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भी नगर के दक्षिण टोला के बधार में जमीन विवाद में बंदूके गरजी। जिससे बाधार में काम करने वाले किसान भाग खड़े हुए। लेकिन सूचना के करीब घंटा भर बाद वहा पुलिस पहुंची। तबतक आरोपी दहशत फैला व धमकी दे भाग खड़े हुए थे। इस संबंध में पुलिस को दिए आवेदन में दक्षिण टोला के भरत राय ने बताया है कि शनिवार को दोपहर वे अपने भाईयों अशोक राय व भुवर राय के साथ अपने धान कटे खेत में पुआल इकट्ठा कर रहे थे। इसी दौरान दो चार पहिया तथा दस बाइक से करीब 25 की संख्या में अपराधी हरवे हथियार से लैस हो आए तथा खेत में काम कर रहे मेरे भाइयों के साथ मारपीट करने लगे। जब वो बीच बचाव करने गया तो जान मारने की नियत से दूसरे पक्ष के लोगों ने उसपर जानलेवा हमला करने लगे तथा बंदूक के कूंदे से पीटने लगे। जब आस पास के खेतों में काम करने वाले लोगों ने इसका विरोध किया तो वो दो राउंड हवाई फायरिंग करते हुए भाग खड़े हुए।
वहीं, अशोक राय ने बताया है कि सूचना देने के करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस आई तबतक सभी भाग खड़े हुए थे। वहीं पीड़ित पक्ष भी अपनी जान बचाने के लिए भागकर दूसरे बधार में चले गए थे। वही इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार दूसरे पक्ष के सिमरी थाना क्षेत्र के मझवारी निवासी गिरजा शंकर यादव ने पहले ही थाना में आवेदन दे बताया था कि वे दक्षिण टोला की सरिता देवी से चार एकड़ 66 डिसमिल जमीन खरीदा था। उस जमीन पर रोपे गए बैगन की फसल पर पहले पक्ष द्वारा कीटनाशक छिड़क नष्ट कर दिया गया था।
लेकिन मामले में पहले पक्ष के लोगों का कहना है कि वह जमीन की रजिस्ट्री ही गलत तरीके से कराया है तथा यह जमीन हमलोगों की है और इस पर धान तथा बैगन भी हमलोग ही रोपे थे। गिरजा द्वारा पुलिस से मिलीभगत कर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी जमीन विवाद से जुड़े मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे है। थानाध्यक्ष बिंदेश्वर राम ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।