पूर्व मंत्री के वयान से मचा हडकंप बोले शराबबंदी से युवा हो रहे बर्बाद थानाध्यक्ष एवं सिपाही बेचवा रहे है शराब

हार बिधानसभा चुनाव से पूर्व अब शराबंदी के खिलाफ अवाज उठने लगी है। बिहार में केन्द्र सरकार के दो पूर्व मंत्रियों ने शराबबंदी के खिलाफ हल्ला बोला है। जिसमें एक है भोजपुर में बीजेपी के पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. आर.के सिंह तो बक्सर के कोरानसराय में लोजपा अध्यक्ष पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपना वयान देकर बिहार के राजनिति में हडकंप मचा दिया है।

पूर्व मंत्री के वयान से मचा हडकंप बोले शराबबंदी से युवा हो रहे बर्बाद थानाध्यक्ष एवं सिपाही बेचवा रहे है शराब

-शराबबंदी के खिलाफ एनडीए सरकार के दो पूर्व मंत्रियों के वयान से मचा हडकंप

- बीजेपी के पूर्व सांसद बोले शराबबंदी से युवा हो रहे बर्बाद थानाध्यक्ष व पुलिस एवं सिपाही बेचवा रहे है शराब

केटी न्यूज/आरा। 

बिहार बिधानसभा चुनाव से पूर्व अब शराबंदी के खिलाफ अवाज उठने लगी है। बिहार में केन्द्र सरकार के दो पूर्व मंत्रियों ने शराबबंदी के खिलाफ हल्ला बोला है। जिसमें एक है भोजपुर में बीजेपी के पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. आर.के सिंह तो बक्सर के कोरानसराय में लोजपा अध्यक्ष पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपना वयान देकर बिहार के राजनिति में हडकंप मचा दिया है।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और पूर्व ब्यूरोक्रेट आरके सिंह का एक कड़क अंदाज वाला बयान सामने आया है। उन्होंने रविवार को जिले के सरैयां स्थित भीखम दास के मठिया प्रांगण में किसान संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने एक बार फिर चौंकाने वाला बयान दिया है और कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को हटा देना चाहिए। इससे नौजवान बर्बाद हो रहे हैं और हर नौजवान शराब घूम घूम कर बेच रहा है जितना भी पुलिस वाल है थानाध्यक्ष समेत पुलिस ही शराब बेचवा रही है उसको और कोई काम नजर नहीं आ रहा है।

 

बक्सर में बोले पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस - ताड़ी को शराबबंदी से पासी समाज बेरोजगार हो गए हैं

केटी न्यूज/बक्सर 

वहीं बक्सर जिले के कोरानसराय में रविवार को पहुंचे लोजपा अध्यक्ष पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि नीतीश कुमार से शराबबंदी में ताड़ी को अलग कर इसे कृषि का दर्जा देने की मांग की उन्होंने मंच से कहा कि पासी समाज को ताड़ी बेचने और ताड़ी उतारने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पासी समाज के लोगों का मौलिक अधिकार है तड़ी बेचना और उतारना। नीतीश सरकार ने उसे बंद कर दिया है। जिसके वजह से वो भूखमरी के कगार पर आ गए हैं। उनकी बच्चियों की शादी नहीं हो पा रही है, बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि शराबबंदी से ताड़ी को अलग किया जाए और इसे कृषि का दर्जा दिया जाए।