स्कूल में हिजाब पहन कर आने से रोका तो सिर कलम करने की हेडमास्टर को धमकी, दहशत में शिक्षक
केटी न्यूज/ पटना/शेखपुरा।
शेखपुरा जिले में एक सरकारी स्कूल में हिजाब को लेकर मामला तनावपूर्ण होता जा रहा है। सामने आया है कि यहां नवंबर की शुरुआत में कुछ छात्राएं अचानक स्कूल में हिजाब पहन कर आने लगीं। इसके बाद यह मामला सुर्खियों में आने लगा। पहले एक-दो छात्राएं हिजाब पहनकर आ रही थीं, तो इस पर ध्यान नहीं दिया गया। धीरे-धीरे संख्या बढ़ने लगी तो छात्राओं को समझाया गया कि उन्हें स्कूल ड्रेस में ही आना है। बस यहीं से मामला बढ़ गया।
प्रिंसिपल ने दी है शिकायत
अब प्रिंसिपल ने शिकायत दी है कि उन्हें सिर कलम किए जाने जैसी धमकियां मिली हैं। 29 नवंबर को स्कूल पर छात्राओं के परिवार के लोग इकट्ठे हुए और लड़कियों को हिजाब पहनने से मना करने को लेकर नाराजगी जताई. लोगों ने स्कूल नहीं चलने को लेकर भी धमकी दी है। शनिवार को मामला सामने आने के बाद और गहराता दिख रहा है। प्रिंसिपल ने मामले में लिखित शिकायत दी है।
छात्राओं के परिवारीजनों पर धमकी देने का आरोप
एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि बिहार के एक सरकारी स्कूल को उन छात्राओं के परिवार के सदस्यों से धमकियां मिली हैं। जिन्हें शिक्षकों ने कक्षाओं के अंदर अपना हिजाब उतारने के लिए कहा था। शेखपुरा के जिला शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि इस संबंध में शेखपुरा जिले के चारुआवां स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय (माध्यमिक विद्यालय) के प्राचार्य ने शिकायत की है।
29 नवंबर को स्कूल पर बोला गया धावा
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा, प्रिंसिपल सत्येन्द्र कुमार चौधरी की लिखित शिकायत के अनुसार, एक धार्मिक समूह की लड़कियों के कई परिवार के सदस्यों ने 29 नवंबर को स्कूल पर धावा बोल दिया। डीईओ ने कहा, ष्शिक्षण स्टाफ द्वारा लड़कियों को कक्षाओं के अंदर स्कार्फ उतारने के लिए कहे जाने पर वे नाराज थे। उन्होंने प्रिंसिपल से कहा कि अगर उनकी लड़कियों को उनके रीति-रिवाजों का पालन करने की अनुमति नहीं दी गई तो वे स्कूल नहीं चलने देंगे।
सिर कलम करने की दी चेतावनी
उन्होंने कहा, प्रिंसिपल की शिकायत के अनुसार, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जो लोग उनकी मांग पर ध्यान नहीं देंगे, उन्हें ष्सिर कलमष् कर दिया जाएगा. डीईओ ने कहा, ष्विभागीय स्तर पर मामले की जांच की जा रही है. खंड शिक्षा अधिकारी को स्कूल जाकर जांच करने और रिपोर्ट देने को कहा गया है.ष् डीईओ सिंह ने कहा, ष्कक्षाओं के अंदर किसी भी प्रकार के कपड़े से चेहरा ढकने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. यदि नियम लागू करने से सुरक्षा चिंताएं पैदा होती हैं, तो हम कानूनी उपायों का सहारा लेंगे।
हिजाब में दिखाई दी कई छात्राएं
इस बीच जहां हिजाब का विवाद गर्मा गया है, वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने वर्ग में घूम-घूम कर छात्राओं से स्कूल ड्रेस में आने का निवेदन किया। वहीं, बड़ी संख्या में छात्राएं हिजाब और बुर्के में दिखाई दीं। इसमें प्राथमिक स्कूल से लेकर मध्य विद्यालय और इंटर के वर्ग में हिजाब में छात्राएं दिखाई दीं।
स्थानीय पुलिस की नहीं दिखी भूमिका
हिजाब को लेकर जहां स्कूल के शिक्षकों और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया, वहीं स्थानीय स्तर पर पुलिस की इसमें कहीं कोई भूमिका नहीं दिखाई दी। दोनों तरफ से तनाव को देखते हुए अधिकारी भी सहमे रहे और शिक्षक भयभीत हैं, परंतु पुलिस के कोई भी पदाधिकारी इस बात का संज्ञान लेकर स्कूल नहीं पहुंचे।