रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम योजना शहर में हुई बेदम
भूजल स्तर पर काबू पाने के लिए नप ने भवनों को किया था चिन्हित
केटी न्यूज/डुमरांव
जल-जीवन-हरियाली और शहरी भूजल स्तर के रोकथाम को लेकर डुमरांव नगर परिषद ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम योजना को लागू करने की कवायद शुरू किया था। तीन वर्ष पूर्व शुरू की गयी यह योजना शहर में बेदम बन गयी। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए नगर विकास व आवास विभाग के निर्देशों के बाद स्थानीय नप ने शहर के सभी होटल, लॉज और
सरकारी भवनों को जोड़ने की पहल की थी। इसके लिए दर्जनों संचालको को नोटिस जारी कर इस सिस्टम का निर्माण करने का निर्देश दिया गया था बावजूद यह योजना खटाई में पड़ गयी। बताया जाता है कि इस योजना को कड़ाई से लागू किया गया होता तो गर्मी के दिनों में सुख रहे चापाकलों और कुओं के भू स्तर पर काबू पाने में कामयाबी मिलती और तपती गर्मी में लोग आसानी से अपनी प्यास बुझाने में कामयाब रहते। नप सूत्रों की माने तो क्षेत्र के 35 वार्ड है
जहां लगभग पंद्रह हजार भवनों का निर्माण हुआ है। पॉश इलाके में कई ऐसे भी भवन है, जहां यह सिस्टम लागू करना टेढ़ी खीर बना गया है। हालांकि नप प्रशासन इस बार होटल, लॉज और बड़े भवनों के नक्शे में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अनिवार्य कर दिया है। वहीं इस मामले में नप के प्रधान सहायक दुर्गेश सिंह का कहना है कि गिरते भूजल स्तर को बचाने के लिए सरकारी और अन्य भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की कवायद शुरू की गयी थी।
भवनों को चिन्हित किया गया था लेकिन कई जगहों पर संकीर्ण और जगह के आभाव में यह योजना पूर्ण रूप से प्रभावी नही हो पाया। नये भवनों और सरकारी भवनों पर इस योजना को पूर्ण रूप दिया जायेगा।