जाने गौरव की कहानी,जो ड्रग्स के चक्कर में पेडलर्स के पास है गिरवी
ड्रगस के लिए एक जिंदा इंसान को गिरवी रख दिया।भारतीय तट रक्षक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 29 अप्रैल को 173 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी।
केटी न्यूज़/बिहार
आज कल हम जब भी खबरें पढ़ते है तो कुछ बड़ी ही दिमाग चकराने वाली खबरें भी सामने आती है।जिसके बाद हमारे दिल और दिमाग में सवालों का उफ़ान उमड़ पड़ता है।ऐसी ही चौकाने वाली खबर गुजरात से आई है जहां ड्रगस के लिए एक जिंदा इंसान को गिरवी रख दिया।मतलब आज के समय मे नशा कुछ भी करवा सकता है।क्या है मामला चलिए पूरी खबर बताते हैं।
भारतीय तट रक्षक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 29 अप्रैल को 173 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी।इसकी कीमत करीब 100 करोड़ से ज्यादा बताई गई थी।एक संयुक्त अभियान में, गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते ने पोरबंदर के तट पर ये ऑपरेशन किया था।इसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।ATS के अफसरों ने बताया कि ये पैडलर्स ड्रग्स के बदले बिहार के भोजपुर के युवक को ईरान की गैंग के पास गिरवी रखकर आए थे।23 साल के गौरव को गैंग ने ईरान की तेल कंपनी में नौकरी के नाम पर बुलाया था।
जॉब दिलवाने के बहाने किया किडनैप
तेल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर 15 फरवरी को गौरव को बुलाया गया था। 17 फरवरी को वो मुंबई में पहुंचा। जहां करीब 6 दिन रहने के बाद उसे ईरान ले जाया गया। 8 मई तक उसकी परिवार से बातचीत हो रही थी। उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं। परिवार को वॉट्सऐप पर वॉइस मैसेज मिला है। इसमें युवक कह रहा है कि मुझे यहां किडनैप कर लिया गया है। ये लोग 2 करोड़ रुपए मांग रहे हैं।गौरव पीरो प्रखंड के सुखरौली गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम मूंगा लाल साह है।
एजेंट बन कर गौरव को विदेश भेजा
गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि हमारे बहनोई गुप्तेश्वर दुबई में एक कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने एक मिस्टर साहू को गौरव का नंबर दिया था। जिसके बाद उसने कहा कि वो गौरव की तेल कंपनी में नौकरी लगवा देगा।गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि गौरव के वीजा का पैसा भी उसी एजेंट ने दिया था। गौरव से एक रुपए भी नहीं लिए गए। एक महीने का रिटर्न वीजा था। वहां पर तेल कारखाने में केवल 15 से 20 दिनों का काम कहकर ले जाया गया था। ईरान जाने के लिए गौरव 15 फरवरी को घर से ईरान के लिए पटना जंक्शन पहुंचा।पटना जंक्शन से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से मुबंई पहुंचा। जॉब एजेंट कंपनी जबकि एक तरह की वो इंटरनेशनल किडनैपर गैंग के खर्च पर मुंबई एक होटल में करीब एक सप्ताह ठहरा।उसने गौरव को ईरान बुला लिया। उसके बाद वह गौरव को छोड़कर फरार हो गया है।
गौरव ने भाई राजन को बताई आपबीती
उसके बाद 22 फरवरी को 'एयर अरबिया एयरलाइंस' से शारजाह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी। शारजाह में उसे इंटरनेशनल किडनैपर गैंग हैंडलर मिस्टर साहू और सोनू ने रिसीव किया।राजन ने बताया कि आखिरी बार जब बात हुई थी तब गौरव ने बताया था कि उसे जिस काम के लिए ईरान ले जाया गया था, उससे वह काम नहीं कराया गया। जब उसने पूछा तो उसे कुछ बताया भी नहीं जाता था। उसने बताया कि उसे शारजाह में रिसीव करने के बाद उसे हवाई जहाज से ईरान ले जाया गया।वहां चाबहार नामक जगह पर मोहम्मद करीम के घर में बंद कर दिया गया। गौरव को ठीक से खाना नहीं दिया जाता था। उसने वहां + 98 नंबर का नया सिम लिया। वह रो-रोकर फोन पर यह सब बताता था। बाद में फोन पर बात बंद हो गई। फिरौती के लिए जो मैसेज आता था वो पाकिस्तानी + 92 नंबर से आता था।राजन कुमार ने बताया कि गौरव को ईरान में ले जाने के बाद हैंडलर्स ने उसको शिराज के होटल पार्स में रखा। उसने 24 फरवरी दोपहर 2 बजे चेक इन किया और 25 फरवरी दोपहर 12 बजे चेक आउट किया। गौरव से ईरान जाने के दौरान कई दफा बात हुई थी।गौरव रोज वीडियो कॉल पर बात करता था, लेकिन 8 मई के बाद से उससे बात नहीं हो पा रही थी। वो वॉइस भेजता था। उसे भनक लग गई थी कि उसे फंसाया गया है। फिर मैसेज भी आना बंद हो गए।
अहमदाबाद पुलिस से भाई के ईरान में होने की खबर पता चली
दरअसल गौरव के किडनैप की सूचना अहमदाबाद पुलिस से राजन को मिली है। राजन ने बताया कि पोरबंदर बंदरगाह के रास्ते ड्रग्स लेकर विदेशी तस्कर भारत में पोरबंदर बंदरगाह पर पहुंचने वाले थे। जिसकी सूचना भारतीय तट रक्षक, एनसीबी और एटीएस को पहले से थी।कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पैडलरों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से करीब 60 करोड़ 50 लाख के ड्रग्स बरामद किए गए। उसके बाद पूछताछ में उन्होंने मेरे भाई के बारे में बताया था। जिसके बाद पुलिस ने हम लोग को बताया गया कि मेरा भाई अभी भी ईरान में ही है।राजन कुमार ने बताया कि इस मामले की सूचना स्थानीय थाने को दी है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को भी इस बात की सूचना दी गई है। उन्होंने भी आश्वासन दिया है।
एक आरोपी की हुई पहचान
गुजरात एटीएस ने 11 मई को राजन को फोन किया था।एटीएस ने पूछा कि आपका भाई ईरान से लौटा या नहीं। अधिकारियों ने परिवार को पूछताछ के लिए अहमदाबाद बुलाया। गौरव के भाई 12 मई को वहां गए। अफसरों ने पांचों आरोपियों की पहचान करवाई। इसमें एक को उन्होंने पहचान लिया। वो गौरव को ईरान ले गया था।अफसरों ने राजन को बताया कि आपके भाई को इंटरनेशन ड्रग्स गैंग के पास गिरवी रखा गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हम इंडिया से लोगों को ले जाते हैं और गैंग के पास गिरवी रखकर ड्रग्स उठाते हैं।गौरव के भाई राजन ने आज सुबह भी ईरानी गैंग को फोन किया था। गैंग ने उनसे कहा कि पैसे दे दो। आपके भाई को छोड़ देंगे। राजन ने जब भाई से बात करवाने को कहा तो गैंग ने कहा कि गौरव जिसके पास है वो अभी पाकिस्तान गया हुआ है।
पुलिस एंबेसी से ले रही है मदद
पीरो डीएसपी राहुल सिंह ने बताया कि गौरव साह के परिजनों ने इस मामले की जानकारी दी है। जिसमें बताया गया है कि ईरान में नौकरी लगाने के लिए ले जाया गया था, अब संपर्क नहीं हो पा रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मामला है। पुलिस एंबेसी से मदद ले रही है। एफआईआर दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी।
घरवालों को पाकिस्तान से फिरौती के आ रहे हैं कॉल
गौरव कुमार की मां जगवंती देवी ने जब से अपने बेटे के किडनैप होने की खबर सुनी है तब से उनकी आंखें नम | अपनी नम आंखों से मोदी सरकार से अपने बेटे को वापस घर सुरक्षित लौटाने की मांग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि गौरव कुमार को कई बार वो ईरान जाने से मना कर रही थी। वह ईरान नहीं जाए, किसी एजेंट के चक्कर में नहीं पड़े। वह बोला करता था एक महीने की ही बात है वापस लौट आऊंगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब ईरान के ड्रग्स पैडलर्स गौरव के परिवार को वॉइस मैसेज और कॉल के जरिए 2 करोड़ रुपए मांग रहे हैं।ये फिरौती पाकिस्तान के नंबर से मांगी जा रही है।इसके बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी, अपने सांसद से बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है। मूंगा लाल साह का 23 साल बेटा गौरव घर में अपने दो भाई राजन कुमार और सौरव कुमार से सबसे छोटा है।गौरव कुमार की चार बहनें हैं सपना, पूनम, निक्की, खुशबू ये सभी शादीशुदा हैं। गौरव सभी भाई और बहन में सबसे छोटा है।