केसठ में दीवार गिरने से मलवे में दब मजदूर की मौत
नावानगर थाना क्षेत्र के केसठ काली मंदिर के समीप बुधवार की सुबह जर्जर भवन को तोड़ने के दौरान दीवार गिरने से मलवे में दबकर 55 वर्षीय मजदूर मुरलीधर राम की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार केसठ काली मंदिर के पास एक जर्जर मकान को पौधरोपण कराने को ले तुड़वाया जा रहा था
केटी न्यूज/केसठ
नावानगर थाना क्षेत्र के केसठ काली मंदिर के समीप बुधवार की सुबह जर्जर भवन को तोड़ने के दौरान दीवार गिरने से मलवे में दबकर 55 वर्षीय मजदूर मुरलीधर राम की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार केसठ काली मंदिर के पास एक जर्जर मकान को पौधरोपण कराने को ले तुड़वाया जा रहा था कि अचानक दीवार के गिरने से केसठ निवासी मुरलीधर राम मलबे में दब गए। कार्य स्थल पर मजदूरों के शोर-शराबा सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो बचाव-राहत कार्य शुरू कर दिया।
काफी मशक्कत के बाद मलवे में दबे मजदूर को बाहर निकाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसठ में भर्ती कराया गया। स्थिति चिंताजनक देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बक्सर सदर अस्पताल रेफर कर दिया, ले जाने के क्रम में रास्ते में ही मजदूर ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर नावानगर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेज दिया गया। जहा से पोस्टमार्टम के बाद प्रशासन ने शव को परिजनों को सौंप दिया। वही इस घटना की सूचना मिलते ही मृतक के घर कोहराम मच गया।
मृतक मजदूर की पत्नी रीता देवी का रो रो कर बुरा हाल था। मृतक लोहिया स्वच्छता अभियान के सफाई कर्मी के रूप में कार्यरत था। वह मजदूरी कर अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करता था। मृतक अपने पीछे एक पुत्र तथा एक पुत्री छोड़ गया है। सूचना मिलते ही राजद नेता सुनिल कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव परिजनों से मिल ढांढस बंधाया साथ ही बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा से उचित मुववाजा दिलाने की बात कही। वही उन्होंने में कहा कि वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा तथा पीड़ित परिवार को हर संभव मदद की जाएगी।
पत्नी की चित्कार से माहौल हो गया था गमगीन
कवना रे कसूरवा दइबा बुतइल घर के दियारा...हमार अखियां के पुतरिया काहे छीनल हो दईया। पत्नी रीता देवी की चित्कार से आस पड़ोस में खड़े लोगों की आंखे नम हो गई थी। पति के खोने के गम में जहां पत्नी बेहोश हो जा रही थी, वही बेटे के पथराई आंखे से मानो ईश्वर को कोसते हुए सवाल कर रहे थे। रोती हुई पत्नी को आस पास की महिलाए ढांढस बंधा रही थी। रोते हुई पत्नी की से एक ही शब्द बार बार रहा था की मेरे पति के ऊपर ये आफत की दीवार क्यों गिरी।