मुंबई जा रही लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस जेसीबी से टकराईं , दो सौ मीटर घिसटती गई जेसीबी ढाई घंटे बाद रवाना हुई ट्रेन
वाराणसी से मुंबई जा रही लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पार कर रहे जेसीबी से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि जेसीबी का एक हिस्सा टूट गया और इंजन में फंस कर दो सौ मीटर तक घिसटता गया। चालक ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इस घटना में इंजन का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया...................
दुघर्टना के बाद ट्रैक मरम्मत करते रेलकर्मी
केटी न्यूज/चंदौली।
वाराणसी से मुंबई जा रही लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पार कर रहे जेसीबी से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि जेसीबी का एक हिस्सा टूट गया और इंजन में फंस कर दो सौ मीटर तक घिसटता गया। चालक ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इस घटना में इंजन का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। तेज आवाज और झटका ट्रेन रुकने से यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। मौके पर अधिकारी पहुंच गए।
क्षतिग्रस्त इंजन की मरम्मत कर ढाई घंटे बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुआ। वाराणसी से मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनल के लिए लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस रविवार को दिन में साढ़े दस बजे वाराणसी रेलवे स्टेशन से खुली। ट्रेन लगभग 11 बजे व्यासनगर रेलवे स्टेशन के समीप से गुजर रही थी। इसी बीच नीबूपुर गांव के समीप रेलवे का कार्य कर रही जेसीबी रेलवे ट्रैक पार करने लगी।
तेज रफ्तार ट्रेन से जेसीबी की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि जेसीबी के परखच्चे उड़ गए। वहीं ट्रेन के इंजन का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। यही नहीं जेसीबी लगभग दो सौ मीटर दूर तकघिसटती गई। चालक ने आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। आपातकाल ब्रेक से ट्रेन झटके के साथ खड़ी हो गई। इससे यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। इस घटना में जेसीबी चालक भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
जेसीबी फैलने से दूसरे ट्रैक पर भी आवागमन रुक गया। दुर्घटना की खबर मिलते ही रेल प्रशासन में खलबली मच गई। आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही परिचालन, वाणिज्य, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायल जेसीबी चालक रणधीर कुमार (30) निवासी मुबारकपुर थाना मांझी, जिला सारण बिहार को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहीं आरपीएफ ने जेसीबी को कब्जे मे ले लिया। सूचना पाकर वाराणसी से अपर मंडल रेल प्रबंधक लालजी चौधरी भी मौके पर पहुंचे। क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त जेसीबी को हटवाया गया और ट्रैक खाली कराया गया। क्षतिग्रस्त रेल पटरी और इंजन की मरम्मत कराई गई। घई घंटे बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।