सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा, मुन्ना भाई गिरफ्तार, मोबाइल से मदद कर रहा था साथी, गहरी साजिश की आशंका
सिपाही बहाली की लिखित परीक्षा के दूसरे चरण में रविवार को बक्सर के एक परीक्षा केंद्र पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। परीक्षा में नकल और फर्जीवाड़े को रोकने के तमाम दावों के बीच लखीसराय से आए युवक ने दूसरे की जगह परीक्षा देने की कोशिश की, लेकिन सतर्क वीक्षक ने उसकी चाल पकड़ ली।

केटी न्यूज/बक्सर
सिपाही बहाली की लिखित परीक्षा के दूसरे चरण में रविवार को बक्सर के एक परीक्षा केंद्र पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। परीक्षा में नकल और फर्जीवाड़े को रोकने के तमाम दावों के बीच लखीसराय से आए युवक ने दूसरे की जगह परीक्षा देने की कोशिश की, लेकिन सतर्क वीक्षक ने उसकी चाल पकड़ ली।
पकड़े गए युवक की पहचान अरविंद कुमार पिता धर्मेद्र साह, ग्राम धीरा, थाना कवइया, लखीसराय के रूप में हुई है, जो नीरज कुमार नाम के अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर वीक्षक ने दस्तावेजों की जांच की, जिसमें फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
-- परीक्षा केंद्र के बाहर मिला दूसरा युवक, मोबाइल के साथ करता रहा मदद
इस मामले में पुलिस ने अरविंद के साथ ही एक और युवक सोनू कुमार पिता धुरा यादव, ग्राम मखदुमपुर, लखीसराय को भी हिरासत में लिया है। वह परीक्षा केंद्र के बाहर मोबाइल फोन के साथ मौजूद था और अंदर बैठे अरविंद को तकनीकी मदद पहुंचा रहा था। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे एक दिन पहले बक्सर पहुंचे और एक होटल में रुके थे।
-- संगठित गिरोह की आशंका, नगर थाना में दर्ज हुई एफआईआर
केंद्राधीक्षक की शिकायत पर नगर थाना में दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह मामला एक संगठित रैकेट से जुड़ा प्रतीत हो रहा है, जो पैसे लेकर असली उम्मीदवार की जगह दूसरों से परीक्षा दिलवा रहा है। पुलिस अब इस रैकेट के नेटवर्क और अन्य शामिल लोगों की तलाश में जुट गई है।
-- परीक्षार्थियों में चिंता, अभिभावकों ने जताया आक्रोश
फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जाने की खबर फैलते ही परीक्षा केंद्र पर तनावपूर्ण माहौल बन गया। अभ्यर्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावकों ने भी परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल उठाए और निगरानी को और कड़ा करने की मांग की। प्रशासन ने साफ कर दिया है
कि यदि इस फर्जीवाड़े में किसी गिरोह की भूमिका साबित होती है तो सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस परीक्षा की शुचिता और कानून व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सतर्क है।