बक्सर के पूर्व सांसद अश्विनी चौबे हो सकते हैं इस राज्य के नए राज्यपाल
पूर्व नागरिक व्यवस्था, पर्यावरण और खाद्य निगम राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को तेलंगाना का नया राज्यपाल नियुक्त किए जाने की संभावना है। अश्विनी कुमार चौबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी और भरोसेमंद व्यक्ति माने जाते हैं।
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: देश में आम चुनाव खत्म होने के साथ ही एक बार फिर एनडीए की सरकार बन गई है। अब सबकी निगाहें केंद्र सरकार के नए फैसलों पर टिकी हैं। खबरों के मुताबिक, देश के कई राज्यों के राज्यपालों को इधर से उधर करने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा, केंद्र सरकार तेलंगाना राज्य के लिए पूर्ण राज्यपाल नियुक्त करने की प्रक्रिया में है।
अश्विनी कुमार चौबे हो सकते हैं तेलंगाना के नए राज्यपाल
सूत्रों के अनुसार, पूर्व नागरिक व्यवस्था, पर्यावरण और खाद्य निगम राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को तेलंगाना का नया राज्यपाल नियुक्त किए जाने की संभावना है। अश्विनी कुमार चौबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी और भरोसेमंद व्यक्ति माने जाते हैं। पिछली सरकार में भी वे मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री के पद पर कार्यरत थे।
अश्विनी चौबे को नहीं मिला था टिकट
जनवरी 1953 में बिहार राज्य में जन्मे अश्विनी कुमार चौबे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता हैं। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बक्सर लोकसभा सीट से अश्विनी कुमार चौबे को टिकट नहीं दिया था। उनकी जगह मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया था, जो चुनाव हार गए। अब, भाजपा के सहयोग वाली एनडीए सरकार अश्विनी कुमार चौबे को तेलंगाना का नया राज्यपाल बनाने पर विचार कर रही है।
सीपी राधाकृष्णन की जगह लेंगे अश्विनी चौबे
यदि अश्विनी कुमार चौबे को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया जाता है, तो वे मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की जगह लेंगे। सूत्रों से पता चला है कि केंद्र सरकार ने चौबे को राज्यपाल बनाकर भेजने का फैसला किया है। अश्विनी कुमार चौबे का नाम सामने आने से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। यह नियुक्ति एनडीए सरकार की आगामी योजनाओं और रणनीतियों का हिस्सा मानी जा रही है।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी बन सकते हैं राज्यपाल
अश्विनी कुमार चौबे के अलावा, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नल्लारी किरण कुमार रेड्डी को भी राज्यपाल बनाए जाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है। नल्लारी किरण कुमार रेड्डी का नाम भी इस संदर्भ में प्रमुखता से लिया जा रहा है।
नियुक्ति की प्रक्रिया
राज्यपालों की नियुक्ति की प्रक्रिया में केंद्र सरकार का महत्वपूर्ण रोल होता है। राज्यपालों का चयन और उनकी नियुक्ति के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाता है, जिसमें उनके प्रशासनिक अनुभव, राजनीतिक निष्ठा और व्यक्तिगत योग्यता शामिल होती है। अश्विनी कुमार चौबे का लंबा राजनीतिक अनुभव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीबी संबंध इस नियुक्ति को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
अश्विनी कुमार चौबे की तेलंगाना में नियुक्ति एनडीए की आगामी योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह नियुक्ति राज्य में भाजपा की स्थिति को मजबूत करने और प्रशासनिक सुधारों को लागू करने में सहायक हो सकती है। इसके साथ ही, यह निर्णय भाजपा के लिए आगामी चुनावों में भी रणनीतिक लाभ प्रदान कर सकता है।
तेलंगाना के नए राज्यपाल के रूप में अश्विनी कुमार चौबे की नियुक्ति की संभावना ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले से जहां अश्विनी कुमार चौबे की राजनीतिक यात्रा को नई दिशा मिलेगी, वहीं तेलंगाना राज्य में भी नई उम्मीदें और संभावनाएं जाग्रत होंगी। इस बीच, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नल्लारी किरण कुमार रेड्डी की कर्नाटक में संभावित नियुक्ति ने भी राजनीतिक हलचल को और बढ़ा दिया है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इन नियुक्तियों को कब और कैसे अमल में लाती है।