सीएम केजरीवाल आज वापस जाएंगे तिहाड़ जेल, जाने से पहले अपने पार्टी नेताओं को दिया संदेश
सीएम केजरीवाल ने किसी गंभीर बीमारी का शक जताते हुए अदालत से मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग की थी, हालांकि कोर्ट ने उनकी याचिका पर अपना आदेश 5 जून तक के लिए टाल दिया है।
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज वापस तिहाड़ जेल जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए तीन हफ्ते की अंतरिम जमानत दी थी, जो शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग पूरी होने के साथ ही समाप्त हो गई। सीएम केजरीवाल ने किसी गंभीर बीमारी का शक जताते हुए अदालत से मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग की थी, हालांकि कोर्ट ने उनकी याचिका पर अपना आदेश 5 जून तक के लिए टाल दिया है।
तिहाड़ जेल जाने से पहले दौरे और मंथन
AAP के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री 2 जून को शाम करीब तीन बजे तिहाड़ जेल जाने से पहले राजघाट स्थित महात्मा गांधी के स्मारक, डीडीयू मार्ग पर पार्टी कार्यालय और एक मंदिर का दौरा कर सकते हैं। इससे पहले शनिवार को उन्होंने अपने आवास पर पार्टी के नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में कैबिनेट मंत्री आतिशी, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह तथा विधायक दुर्गेश पाठक सहित प्रमुख आप नेताओं ने भाग लिया।
पार्टी के नेताओं को संदेश
सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल ने अपनी गैरहाजिरी में पार्टी नेताओं के बीच एकता बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनके जेल में रहने के दौरान भी पार्टी को मजबूत और एकजुट रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि वे मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी नेताओं, स्वयंसेवकों और दिल्ली के लोगों को अपना संदेश देना जारी रखेंगी।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी अंतरिम जमानत
सीएम केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से 10 मई को दी गई अंतरिम जमानत पर 1 जून तक के लिए जेल से रिहा किया गया था। केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वह जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए दो जून को अपराह्न तीन बजे के आसपास घर से निकलेंगे।
मेडिकल ग्राउंड पर जमानत की याचिका
मुख्यमंत्री ने पहले कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में दी गई अंतरिम जमानत को सात दिन के लिए बढ़ाने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। हालांकि, शीर्ष अदालत की रजिस्ट्री ने बुधवार को उनकी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया। इस याचिका में केजरीवाल ने गुहार लगाई थी कि उन्हें मेडिकल टेस्ट कराने के लिए समय चाहिए क्योंकि उनका वजन कम हो रहा है और कीटोन का स्तर उच्च है।
इसके बाद उन्होंने मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत की मांग करते हुए विशेष सीबीआई-ईडी अदालत का रुख किया। शनिवार को उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत ने अपना आदेश पांच जून के लिए सुरक्षित रख लिया।
केजरीवाल के जेल जाने के बाद आम आदमी पार्टी की आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। पार्टी नेताओं ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में भी पार्टी का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता इस बात पर सहमत हुए कि केजरीवाल की गैरमौजूदगी में पार्टी के सभी सदस्य एकजुट रहें और दिल्ली के विकास के लिए काम करते रहें।
अरविंद केजरीवाल का तिहाड़ जेल वापस जाना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। हालांकि, केजरीवाल ने पार्टी नेताओं को एकजुट रहने और दिल्ली के लोगों के लिए काम करते रहने का संदेश दिया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस समय में आम आदमी पार्टी किस प्रकार अपने नेतृत्व और कार्यों को संभालती है। सभी की नजरें अब 5 जून को अदालत के फैसले पर हैं, जो केजरीवाल के आगे के कदम तय करेगा।