अब रविवार को जेल में बंदियों से नहीं हो पाएगी मुलाकात
केटी न्यूज/बलिया राज्य सरकार के निर्देश पर जेल मैनुअल की व्यवस्था में कई बदलाव किए गए हैं। पहले जिला जेल में बंदियों से मुलाकात रविवार को भी होती थी। अब इसमें बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था के तहत बंदियों से मिलाई अब शनिवार को होगी। इसके साथ ही कई अन्य व्यवस्थाओं में भी फेरबदल किया गया है। वर्तमान समय में जिला जेल में कुल आठ बैरक हैं। इनमें करीब पांच से अधिक बंदी हैं। पहले जेल में बंदियों से शनिवार को मुलाकात नहीं की जा सकती थी। उस दिन साप्ताहिक बंदी रहती थी। लेकिन अब व्यवस्था बदल दी गई है। शनिवार को होने वाली साप्ताहिक बंदी रविवार को होगी। ऐसे में रविवार को होने वाली मुलाकात बंद करने का आदेश दिया गया है। यह मुलाकात अब शनिवार को कराई जाएगी। ऐसे में अब सोमवार से शनिवार तक हर दिन मुलाकात होगी।
जेलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि शासन ने जेल की व्यवस्था में बदलाव किया है। पहले शनिवार को मुलाकात नहीं होती थी। अब शनिवार को बंदियों से उनके स्वजन मिल सकेंगे। जेल मैनुअल के मुताबिक अभी तक केवल सोमवार से शुक्रवार तक मुलाकात का प्रावधान था। जबकि शनिवार को मुलाकात की व्यवस्था नहीं थी। रविवार को मुलाकात होती थी और सोमवार से शुक्रवार तक का चक्र चालू हो जाता था। कुल मिलाकर सप्ताह भर में शनिवार को ही मुलाकात नहीं हो पाती थी। हालांकि अब शासनस्तर से नियम में बदलाव किया गया है। जेल में निरुद्ध बंदी अपने परिजनों से केवल छुट्टी के दिन नहीं मिल पाएंगे। फिर वह छुट्टी चाहे रविवार की हो या किसी त्योहार आदि पर जेल का अवकाश हो। इसके अलावा अन्य सभी दिनों में बंदी और कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात की व्यवस्था जारी रहेगी।
जेल में नाश्ते और खाने में बदलाव
बलिया। अब जेलों की कैंटीन में बंदियों के लिए समोसे के साथ कोल्ड ड्रिंक भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही दूध, बिस्कट और मिठाई की भी व्यवस्था रहेगी। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, होली और दीपावली पर बंदियों को भोजन के साथ खीर उपलब्ध कराई जाएगी। बकरीद और ईद पर बंदियों को सेंवई का वितरण किया जाएगा। शाम को नाश्ते के तौर पर बंदियों को अब चाय के साथ बिस्किट भी दी जाएगी। पहले सिर्फ सुबह ही चाय मिलती थी। वहीं, शासन के निर्देशानुसार जेल में मुलाकात को आने वाले परिजनों का कोविड वेक्सिनेशन होना जरूरी है। इसके अलावा मास्क और सैनिटाइजर का प्रोटोकॉल भी लागू है। बाकी पाबंदियां जस की तस रहेंगी। केवल मुलाकात के दिनों में फेरबदल हुआ है।