राज्य अनुसूचित जाति आयोग से आया डुमरांव एसडीपीओ व रीडर के खिलाफ जांच का आदेश, एसपी ने दी मुख्यालय डीएसपी को जांच का आदेश

साहेब... मेरा नाम धर्मशीला कुमारी है पिता मैं ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के ललन के डेरा गांव की निवासी शंभू नट की बेटी हूं। मैं अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती हूं। पिछले साल बिजली कंपनी के जेई अमित कुमार से जब मैं अपने खराब मीटर की शिकायत करने उनके दफ्तर में गई थी तो उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गाली गलौज व जाति सूचक शब्द कहते हुए, मेरे गर्दन में हाथ डाल कार्यालय से बाहर कर दिया था। उनकी मारपीट से मुझे काफी चोट भी लगी थी, लेकिन डुमरांव के डीएसपी साहब व उनके रीडर सुजीत कुमार अभियुक्तों के मेल में आकर केस को रफा दफा कर दिए है। एसपी शुभम आर्य के सामने यह कहते हुए पीड़िता धर्मशीला रो पड़ी।

राज्य अनुसूचित जाति आयोग से आया डुमरांव एसडीपीओ व रीडर के खिलाफ जांच का आदेश, एसपी ने दी मुख्यालय डीएसपी को जांच का आदेश

डुमरांव डीएसपी व उनके रीडर पर अनुसूचित जाति की महिला ने केस रफा दफा करने का लगाया गंभीर आरोप

- पीड़िता ने एसपी को आवेदन दे लगाई न्याय की गुहार, मुख्यालय डीएसपी को मिला जांच का जिम्मा

- पूर्व में मुख्यमंत्री , अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग व कई अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों से गुहार लगा चुकी है पीड़िता, नहीं मिला न्याय

- पिछले साल कार्यालय में जाने पर बिजली कंपनी के जेई ने किया था दुर्व्यवहार व मारपीट

केटी न्यूज/बक्सर

साहेब... मेरा नाम धर्मशीला कुमारी है पिता मैं ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के ललन के डेरा गांव की निवासी शंभू नट की बेटी हूं। मैं अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती हूं। पिछले साल बिजली कंपनी के जेई अमित कुमार से जब मैं अपने खराब मीटर की शिकायत करने उनके दफ्तर में गई थी तो उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गाली गलौज व जाति सूचक शब्द कहते हुए, मेरे गर्दन में हाथ डाल कार्यालय से बाहर कर दिया था। उनकी मारपीट से मुझे काफी चोट भी लगी थी, लेकिन डुमरांव के डीएसपी साहब व उनके रीडर सुजीत कुमार अभियुक्तों के मेल में आकर केस को रफा दफा कर दिए है। एसपी शुभम आर्य के सामने यह कहते हुए पीड़िता धर्मशीला रो पड़ी। 

धर्मशीला ने एसपी को बताया कि पिछले एक साल से अधिक समय से वह अपने मान सम्मान तथा अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए काफी दौड़ लगा थक चुकी हूं। इस दौरान किसी स्तर से भी उसे मदद और न्याय नहीं मिली। अभियुक्त उल्टे केस का समझौता करने के लिए रूपया पैसा का लालच देने के अलावे धमकी तक दे रहे है, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के बदले केस को ही रफा दफा कर दी। पीड़िता ने बताई कि वह न्याय व सम्मान की लड़ाई लड़ते हुए काफी आहत हो चुकी है। 

मुख्यमंत्री व राज्य अनुसूचित जाति आयोग से भी गुहार लगा चुकी है पीड़िता

केशव टाइम्स से बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताई कि वह बक्सर के अनुसूचित जाति/जनजाति थाने में ब्रह्मपुर के बिजली कंपनी के जेई अमित कुमार तथा उनके सहयोगियों ने जाति सूचक शब्द कहते हुए गाली दिया था तथा मारपीट भी किया था, इसके बाद मेरे गर्दन में हाथ लगा मुझे कार्यालय से बाहर भगा दिया था। जिसके खिलाफ मैंने बक्सर अनुसूचित जाति/जनजाति थाने में जेई तथा उसके सहयोगियों पर कांड संख्या 23/23 दर्ज कराई हूं। 

धर्मशीला ने बताई कि केस दर्ज करने के बाद कई बार जेई तथा उसके आदमियों ने केस का समझौता करने के लिए पैसा रूपया का लालच देने के अलावे दबाव भी बनाया, लेकिन मैं उनके सामने नहीं झुकी।

धर्मशीला ने आगे बताई कि इसके बाद वह अपने 7-8 गवाहों के साथ न्याय के लिए डुमरांव डीएसपी से मिलने गई। मुझे देखते ही वे अपने रीडर सुजीत से बोले कि इसके गवाहो का नाम लिख लो और भगा दो। कुछ दिन के बाद पता चला कि अभियुक्तों से मेल जोल कर वे मेरे केस को रफा दफा कर दिए है। 

कई जगहों पर न्याय की गुहार लगा चुकी है पीड़िता

पीड़िता की माने तो केस दर्ज होने के बाद न्याय के लिए वे शहाबाद रेंज के डीआईजी, पूर्व में बक्सर एसपी, पुलिस महानिरीक्षक, राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आवेदन दे गुहार लगा चुकी हूं, लेकिन किसी भी स्तर से मुझे न्याय नहीं मिला है, जिससे अब मैं थका महसूस करने लगी हूं। पीड़िता के इस गंभीर आरोप के बाद अब देखना है बक्सर एसपी इस मामले में क्या कार्रवाई करते है। 

 

एसपी ने दिलाया न्याय का भरोसा, बोले कानून से बड़ा कोई नहीं, 

पीड़िता की शिकायत सुनने के बाद एसपी शुभम आर्य ने बताया कि हां एक महिला धर्मशिला देवी पिता शंभू नट गांव ललन के डेरा ब्रह्मपुर से आई थी। जिसने आवेदन दिया है। राज्य अनुसूचित जाति आयोग से भी पीड़ित महिला के अवलोक में जांच आया हुआ है। महिला बुधवार को पहली बार मुझसे मिली, जिसकी शिकायत की जांच बक्सर मुख्यालय डीएसपी पंकज कुमार सिंह दिया गया है। जांच रिपोर्ट में आरोपों की पुष्टि होने के बाद नियमानुकूल कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि कानून से बड़ा कोई नही है। उन्होंने कहा कि कानून संगत कार्रवाई होगी।

एसपी से मिलने के बाद पीड़िता ने कहा अब सिर्फ एसपी सर का ही भरोसा

दूसरी तरफ एसपी से मिलने के बाद पीड़िता धर्मशिला ने बताई कि मैनें बुधवार को दोपहर बक्सर एसपी से आवेदन लेकर पहली बार मुलाकात की हूं। उनसे मैने सभी कागजात व जहां-जहां आवेदन दी हूं। पीड़िता का कहना है कि उसने एसपी से कहा है कि अब सिर्फ आपका ही भरोसा है, यदि मुझे इस बार न्याय नहीं मिला तो मैं मैं कुछ कदम उठा लूंगी, बहुत दौड़ते थक चुकी हूं। लेकिन, एसपी सर ने मुझे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है और कहा है कि आपकों दौड़ने की कहीं जरूरत नहीं है। आपकों इंसाफ मिलेगा। एसपी साहब के मिलने बाद पहली बार संतुष्ट हुई हूं। उम्मीद जगी है कि अब इंसाफ मिल जायेगा। क्योंकि कानून से बड़ा कोई नहीं है।

पीड़िता हाई कोर्ट में डाल सकती है क्रिमिनल रिट : अर्चना सिन्हा 

वहीं, मामले की जानकारी होने के बाद और पीड़ित महिला के आवेदनों का आवलोकन कर हाई कोर्ट की अधिवक्ता अर्चना सिन्हा ने कहा कि पीड़िता के अनुसार अगर पुलिस के द्वारा आरोपी से मेल मिलाप कर केस को रफा दफा किया गया है। अगर कोई पुलिस पदाधिकारी उसकी शिकायत पर सुनवाई नहीं कर रहे हैं तो वो सबसे पहले बात पीड़ित महिला को स्थानीय कोर्ट के सीजीएम बेंच पर प्रोटेस्ट पेटिशन डाल सकती है। या फिर मामले को लेकर हाई कोर्ट में थाना व एसडीपीओ समेत संबंधित पदाधिकारी के खिलाफ क्रिमिनल रिट दायर कर सकती है। कोर्ट के सुनवाई के दौरान अगर लगा कि पुलिस पदाधिकारी के मेल मिलाप से केस को रफा दफा किया गया है तो कोर्ट संज्ञान लेते हुए सख्त निर्देश देगी।