वीर अब्दुल हमीद सेतु पर पुलिस की साठ- गांठ से फलफूल ओवरलोडिंग का धंधा
जिला प्रशासन की अनदेखी से पुल के अस्तित्व को खतरा
केटी न्यूज/गाजीपुर
गंगा नदी पर स्थित वीर अब्दुल हमीद सेतु से भारी वाहनों के संचालन पर लगाए गए रोक के बाद भी पुलिस की मिली भगत से ओवरलोडिंग का धंधा पुलिस की साठ- गांठ से खूब फलफूल रहा है। अगर यही स्थिति रही तो भविष्य में यह पुल कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है। जिला प्रशासन की यह अनदेखी वीर अब्दुल हमीद सेतु के अस्तित्व को खतरे में डाल सकता है।
यही नहीं रजागंज पुलिस चौकी के पास लगाए गए सीसीटीवी कैमरे का भी लोगों को तनिक भी डर नहीं है। यह गोरखधंधा दिन के पहर कम, जबकि रात के पहर ट्रैक्टर, बोगा, डीसीएम, ट्रक आदि के जरिए धड़ल्ले से होता हैं। लोगों ने बताया कि इस ओवरलोडिंग के खेल पर प्रभावी तरीके से अंकुश नहीं लगाया तो लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होगें। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जानकारों की मानें तो जैसा वाहन उस हिसाब से इनके ओवरलोड का रेट फिक्स है।
बताया कि इसके पहले इस खेल को लेकर सुहवल व रजागंज के दर्जनों पुलिस कर्मी संस्पेड व लाइन हाजिर हो चुके हैं। बावजूद यह गोरखधंधा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों ने बताया कि इसको लेकर पुल के दोनों तरफ डीएम के निर्देश पर लोहे का हाइटगेज वैरियर भी पूर्व में लगा था। मगर वह बेमतलब साबित हो रहा है।
इन ओवरलोड वाहन के धक्के से कई बार यह वैरियर टूट भी चुका है। मगर इस धंधे में शामिल लोग पुलिस की मिली भगत से हाइटगेज वैरियर की ऊंचाई अपने हिसाब से घटाते बढ़ाते रहते हैं। लोगों ने बताया कि अगर इस ओवरलोडिंग के खेल पर अंकुश नहीं लगाया गया और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो कभी भी बड़ा हादसा होने से रोका नहीं जा सकता है। इस संबंध में जमानिया एसडीएम डा. हर्षिता तिवारी ने बताया कि सेतु से ओवरलोड वाहनों को किसी सूरत में नहीं गुजरने दिया जाएगा। ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।