प्राकृतिक तरीकों से उपचार कर स्वास्थ का करें बचाव : संत जगदीश मुनी
- जेपी मेमोरियल चौरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय शिविर का समापन
- अंग वस्त्र और प्रतीक चिह्न भेंट कर न्यूरो हीलिंग टीम को दी गयी विदाई
केटी न्यूज/डुमरांव
स्वास्थ्य ही मानव शरीर के लिए सबसे बड़ा धन है। स्वस्थ रहने के लिए योगासन और प्राकृतिक विधि से मसाज लेना आवश्यक है। उक्त बातें पंजाब के संत जगदीश मुनि आचार्य ने अपने संबोधन में कहीं। जेपी मेमोरियल चौरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर के समापन के मौके पर डुमरांववासियों को उन्होंने संदेश दिया और कहा कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। थोड़े-थोड़े और हर कदम पर सेवा भाव की लालसा रखे तो असहाय और रोगियों का जीवन कल्याण बन सकता है। उन्होंने प्राकृतिक उपचारों पर बल देते हुए कहा कि शरीर में पनप रहे रोगों का इलाज शरीर में ही छिपा है। इसे जानने की कला महत्वपूर्ण है। इस दौरान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि योग से मन-मस्तिष्क का विकास होता है तो न्यूरो हीलिंग पद्धति के उपचार से शारीरिक तेज और बल मिलता है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी सह ट्रस्ट के चेयरमैन प्रदीप कुमार जायसवाल और संचालन शत्रुघ्न प्रसाद गुप्ता ने किया। इसके पूर्व संत मुनि को अंग वस्त्र और प्रतीक चिह्न भेंट की गयी। साथ ही न्यूरो हीलिंग टीम को विदाई दी गयी। उपस्थित समारोह को अपने संबोधन में चेयरमैन प्रदीप जायसवाल ने कहा कि स्वर्गीय जगदीश प्रसाद के पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों के तहत अब तक दस हजार गरीब असहायों लोगों को आंखों की रौशनी और हर वर्ष 500 गरीबों के बीच कंबल वितरण के साथ अन्य सेवाएं की जाती है। गौरतलब है कि इस शिविर के आयोजन से शहरवासियों तथा आस पास के ग्रामीणों में उत्साह व्याप्त था। बड़ी संख्या में लोग इस शिविर का हिस्सा बन अपने-अपने मर्ज का इलाज भी करवाए। इस कार्यक्रम में एडीएम विकास कुमार जायसवाल, जिला लोक शिकायत पदाधिकारी किशोरी चौधरी, मुकुल कुमार, पिंकी पाठक, अजीत जायसवाल, राजू खरवार, प्रमोद जायसवाल, कमल चौरसिया, अमोद जायसवाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।