तय मूल्य पर खाद की बिक्री करने से दुकानदारों ने किया इंकार, अपने रेट पर करेंगे बिक्री
किसानों को समय से खाद उपलब्ध हो और तय मूल्य पर खाद उन्हें मिले इसको लेकर शुक्रवार को ई-किसान भवन में एसओ शालीग्राम सिंह ने एक बैठक की। बैठक में थोक एवं खुदरा खाद बिक्रेता उपस्थित रहे। एसओ ने सभी को जो खाद की कीमत 66 रूपया 50 पैसा मूल्य है,

-- ई-किसान भवन में एसओ ने खुदरा और थोक बिक्रेताओं के संग की बैठक
केटी न्यूज/डुमरांव
किसानों को समय से खाद उपलब्ध हो और तय मूल्य पर खाद उन्हें मिले इसको लेकर शुक्रवार को ई-किसान भवन में एसओ शालीग्राम सिंह ने एक बैठक की। बैठक में थोक एवं खुदरा खाद बिक्रेता उपस्थित रहे। एसओ ने सभी को जो खाद की कीमत 66 रूपया 50 पैसा मूल्य है,
उसी पर बिक्री करने के लिये आदेशित किया। एसओ द्वार आदेश जारी करते ही बिक्रेताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया। बिक्रेताओं ने कहा कि तय मूल्य पर कोई भी दुकानदार कैसे खाद की बिक्री कर सकता है। यदि सरकार खाद गोदाम तक पहुंचाकर देती है तो उस पर विचार किया जा सकता है।
दुकानदारों का कहना है कि अनुमंडल में लगभग 212 खाद के खुदरा और 5 थोक बिक्रेता हैं। खाद का रैक सासाराम, आरा या बक्सर में आकर लगता है, जिसे लाने के लिये उन रेलवे स्टेशनों के गोदाम पर जाना पड़ता है। खाद को लाने रेलवे गोदाम पर जाना पड़ता है। लाने के लिये भाड़े का वाहन रिजर्व कर ले जाना पड़ता है। फिर वाहन पर लोड करने और गोदाम में उतारने तक किराया बिक्रेता को ही देना पड़ता है,
ऐसे में काफी खर्च पड़ जाता है, ऐसे में तय रेट पर किसी हालत में बिक्री खाद की कोई नहीं कर सकता। खाद बिक्रेताओं से यह सवाल किया गया कि बाजार में इस समय खाद की बिक्री 320 से 330 तक हो रही है। इस सवाल पर दुकानदारों का यह कहना था कि जो भी दुकानदार इस रेट पर खाद की बिक्री कर रहा है, वो सही है। अपने खर्च को जोड़ते हुए सभी ने एक रकम तय कर बिक्री कर रहे हैं।
यदि सरकार खाद को दुकानदारों के गोदाम तक पहुंचा देती है तब उन पर उचित मूल्य पर बेचने का दबाव बनाया जा सकता है। इस संबंध में बैठक ले रहे अधिकारी भी कुछ कहने से बचते रहे। उसी दौरान खाद बिक्रेताओं के द्वारा अपना सेल और स्टॉक रजिस्टर की भी जांच की गई।