खेल से होता है स्वस्थ्य प्रतिस्पर्द्धा का निर्माण - कैप्टन बिजेन्द्र
अंतर्राष्ट्रीय तैराक तथा भारतीय सेना में कैप्टन रहे बिजेन्द्र सिंह के संरक्षण में रविवार को ब्रह्मपुर प्रखंड के गायघाट गांव के पास स्थित गोकुल जलाशय में जिला तैराकी चैंपियनशीप का आयोजन किया गया।
- जिला तैराकी चैंपियनशीप के विजेता बने सपही के रविशंकर
- अंतर्राष्ट्रीय तैराक कैप्टन बिजेंन्द्र सिंह के संरक्षण में गोकुल जलाशय में आयोजित हुई थी प्रतियोगिता, ग्रामीण तैराकों की प्रतिभा देख दंग हुए लोग
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
अंतर्राष्ट्रीय तैराक तथा भारतीय सेना में कैप्टन रहे बिजेन्द्र सिंह के संरक्षण में रविवार को ब्रह्मपुर प्रखंड के गायघाट गांव के पास स्थित गोकुल जलाशय में जिला तैराकी चैंपियनशीप का आयोजन किया गया। जिसमें कैप्टन बिजेन्द्र के गांव के युवा तैराकों ने सबको मात देते हुए फस्ट, सेकेंड व थर्ड तीनों स्थान पर कब्जा जमाया। पहले स्थान पर रविशंकर चुने गए। जबकि दूसरे व तीसरे स्थान पर अरूण कुमार सिंह व मनीष कुमार साह रहे।
जबकि चौथे स्थान पर चौबे चक के अजय यादव, पांचवे स्थान पर सपही के रामबाबू पासवान, छठे स्थान पर सेमरा के कृष्णा यादव तथा सातवे स्थान पर गायघाट के मंजीत को चुना गया। इसके पूर्व प्रतियोगिता का उद्धघाटन बतौर मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी हुलास पान्डेय, विशिष्ट अतिथि सह भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह, डॉ. सुधीर सिंह, पूर्व सैनिक संघ के जिलाध्यक्ष रामनाथ सिंह आदि ने संयुक्त रूप से नारियल फोड़ कर तथा प्रतिभागियों से औपचारिक परिचय प्राप्त कर किया। प्रतियोगिता में 700 मीटर लंबी तैराकी का आयोजन किया गया था।
जिसमें जिले के सभी प्रखंडो से आए दर्जनों प्रतिभागियों ने भाग लिया। उनकी सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई थी। जबकि, आयोजकों की तरफ से भी नाव पर प्रशिक्षित गोताखोर तैयार किए गए थे, जो किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए मुश्तैद रहे। मौके पर मौजूद हजारों लोगों ने करतल ध्वनियों तथा ताली बजा प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में आयोजन समिति के टिशू कुमार, धनु कुमार, अमन सिंह तथा अजय ततवा का योगदान सराहनीय रहा।
प्रतियोगिता से बाहर आती है छिपी प्रतिभाएं
अपने संबोधन में अंतर्राष्ट्रीय तैराक कैप्टन बिजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रतियोगिता से खिलाड़ियों की अंदर छिपी प्रतिभा बाहर आती है, वहीं, खेलों में स्थान हासिल कर खिलाड़ियों को अपने खेल तथा जीवन में आगे बढ़ने की ललक पैदा होती है। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों का नैसर्गिक विकास होता है तथा उनके अंदर स्वस्थ्य प्रतिस्पर्द्धा का विकास होता है। कैप्टन बिजेन्द्र ने ग्रामीणों की ओर से नैनीजोर बांध पर फाटक निर्माण कराने तथा गोकुल जलाशय से जुड़ी अन्य समस्याओ के समाधान की मांग पूर्व एमएससी हुलास पान्डेय के समक्ष रखी, जिसे पूर्व एमएलसी ने पूरा कराने का आश्वासन भी दिया।