उच्च विद्यालय नचाप में मशाल 2024 के प्रथम दिन बैटरी टेस्ट का आयोजन
खेल प्रतिभा की खोज के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा मशाल 2024 के तहत विद्यालय स्तर पर प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज रजिस्ट्रेशन के बाद बैटरी टेस्ट का आयोजन चौगाईं प्रखंड के उच्च विद्यालय नचाप में किया गया।
- खेल प्रतिभा खोज के लिए विभिन्न चरणों से गुजरे प्रतिभागी, पांच विधाओं के लिए खिलाड़ियों का किया जा रहा है चयन
केटी न्यूज/चौगाईं
खेल प्रतिभा की खोज के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा मशाल 2024 के तहत विद्यालय स्तर पर प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज रजिस्ट्रेशन के बाद बैटरी टेस्ट का आयोजन चौगाईं प्रखंड के उच्च विद्यालय नचाप में किया गया।
इसके तहत विभिन्न खेलों में शामिल होने वाले प्रत्येक प्रतिभागी की लंबाई, वजन, वर्टिकल जंप, 60 शटल रन, स्टैंड ब्राड जंप, 30 मीटर स्प्रिंट रन व फुटबाल थ्रो का ट्रायल हुआ। इसमें प्रतिभागी का समय अंतराल और जंप तथा फुटबाल थ्रो की दूरी अंकित की गई। बैटरी टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों का विभिन्न खेलों में विद्यालय स्तर पर चयन किया जाएगा। विद्यालय स्तर पर चयनित उत्कृष्ट खिलाड़ी क्रमशः संकुल, प्रखंड तथा जिला स्तर पर चयनित होंगे।
बता दें कि मशाल 2024 में 14 से 16 आयु वर्ग के खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। इस प्रतिभा खोज का मुख्य उद्देश्य बिहार के सरकारी स्कूलों में छिपी खेल प्रतिभाओं को कम उम्र में पहचानना एवं उन्हें उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर ओलंपिक 2032 एवं 2036 के लिए तैयार करना है। सरकार का कहना है कि खेलेगा बिहार तो खिलेगा बिहार। इसके तहत खेल के पांच विधाओं के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाना है।
मशाल कार्यक्रम का आयोजन अमित कुमार सिन्हा व संजय कुमार तिवारी के दिशा-निर्देश में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मुक्तेश्वर प्रसाद सहित विद्यालय के शिक्षकों पवन कुमार सिंह, संजय कुमार, नरेंद्र राम, सोनू कुमार यादव, रविशंकर यादव, अतुल कुमार सिंह, आशुतोष कुमार, वसीम अख्तर, दिप्ती कुमारी, प्रीति कुमारी, कुमारी श्वेता इत्यादि कि मौजदूगी में हुआ।
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से यूनिवर्सिटी लेवल व बक्सर जिला स्तरीय फुटबाल खेल चुके फुटबाल खिलाड़ी सह शिक्षक नेतृत्वकर्ता मुक्तेश्वर प्रसाद ने कहा कि यह सरकार का कदम बहुत हीं सराहनीय है।इससे ग्रामीण परिवेश में छिपी प्रतिभाओं को सुनहरा अवसर मिला है। खेल के माध्यम से हमें अपने घर समाज देश का नाम रोशन करने का मौका मिलता। वही अमित कुमार सिन्हा ने कहा कि पहले भी विद्यालय स्तर पर खेल का आयोजन होता रहा है। मशाल कार्यक्रम बहुत बड़ा मंच प्रदान कर रहा है। बिहार पहला राज्य है जहां ऐसा कार्यक्रम हो हो रहा है।