ट्रैफिक नियमों की अनदेखी से मौत के मुंह में जा रहे है लोग, बेफिक्र बना है प्रशासन

जब दुनिया नव वर्ष का उत्साह मना रही थी, उसी समय नया भोजपुर ओपी अंतर्गत आने वाले प्रताप सागर के मेथोडिस्ट अस्पताल में मातम पसरा था। हालांकि, यह अस्पताल खुद क्रिश्चियन अस्पताल है, जहां नववर्ष का उत्साह सबसे अधिक रहता है, लेकिन जब 31 जनवरी की मध्य रात्रि घड़ी की तीनों सुईयां एक सीध में आई, उसके चंद पलों बाद ही इस अस्पताल के दो होनहार एनएच 922 पर सड़क दुर्घटना में जान गंवा बैठे। जिस कारण खुशियों का पल मातम में बदल गया था। नये साल की बधाई के जगह चिख पुकार मच गई थी।

ट्रैफिक नियमों की अनदेखी से मौत के मुंह में जा रहे है लोग, बेफिक्र बना है प्रशासन

- एनएच 922 पर गलत लेन में चलने के कारण अबतक जान गंवा चुके है दर्जनों लोग

- पुलिसिया कारवाई के बावजूद वाहन चालकों में कोई खौफ नहीं, बढ़ा सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ

केटी न्यूज/डुमरांव

जब दुनिया नव वर्ष का उत्साह मना रही थी, उसी समय नया भोजपुर ओपी अंतर्गत आने वाले प्रताप सागर के मेथोडिस्ट अस्पताल में मातम पसरा था। हालांकि, यह अस्पताल खुद क्रिश्चियन अस्पताल है, जहां नववर्ष का उत्साह सबसे अधिक रहता है, लेकिन जब 31 जनवरी की मध्य रात्रि घड़ी की तीनों सुईयां एक सीध में आई, उसके चंद पलों बाद ही इस अस्पताल के दो होनहार एनएच 922 पर सड़क दुर्घटना में जान गंवा बैठे। जिस कारण खुशियों का पल मातम में बदल गया था। नये साल की बधाई के जगह चिख पुकार मच गई थी। यह सब एनएच पर गलत लेन में चलने के कारण हुआ था।

ऐसा नहीं कि यह कोई इकलौती घटना है, बल्कि पिछले तीन वर्षों के दौरान जबसे एनएच 922 फोरलेन में तब्दील हुआ है तबसे लेकर आज तक गलत लेन में चलने के कारण अबतक दर्जनों लोग जान गंवा चुके है, लेकिन ताज्जूब कि लगातार हो रही मौतों बावजूद लोग गलत लेन में चलना नहीं छोड़ रहे है। जिससे हर दिन यह सिलसिला बढ़ते ही जा रहा है। हालांकि, इस पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर पुलिस जागरूकता अभियान चलाती है। जिला प्रशासन द्वारा भी सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान लोगों को परिवहन नियमों के पालन की सीख दी जाती है। पिछले दिनों गलत लेन में बाइक तथा चारपहिया वाहन चलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्ती भी दिखाई है। इस दौरान कई लोगों से जुर्माना भी वसूला गया है, लेकिन पुलिस की यह कवायद भी एनएच पर रांग लेन में परिचालन को रोक नहीं पाई है। जिसका परिणाम है कि हर दिन इस सड़क पर किसी न किसी की जान जा रही है।

इन जगहों पर हो रही है सबसे अधिक दुर्घटनाएं

एनएच 922 पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं नया भोजपुर ओपी के स्थानीय सब्जी मंडी, लेवाड़, प्रताप सागर, औद्योगिक थाना क्षेत्र के चुरामनपुर व पड़री मोड़, कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के स्थानीय ओवर ब्रिज व नुआंव मोड़, ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रामगढ़ व निमेज मोड़ के पास हाल के दिनों कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। जानकारों का कहना है कि एनएच पर कई ऐसे प्वाइंट है जहां से लेन बदलने के लिए एनएचएआई द्वारा अंडर पास बनाने के बजाए जगह छोड़  दिया गया है, जहां से लेन बदलने के प्रयास में लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। जानकारों की माने तो सबसे अधिक दुर्घटनाएं भी उन्हीं जगहों पर हो रही है जहा से लेन बदलने के लिए जगह छोड़ा गया है। इसके अलावे कुछ ऐसे भी स्पॉट है, जहां से लोग नियमों को ताक पर रख रोड क्रास करने का प्रयास करते है। 

हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई है, जिसमें गलत लेन में चलने या रोड क्रास करने के दौरान हुई है। 

केस स्टटी 1 - 24 दिसंबर की शाम सिमरी थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर गांव निवासी 55 वर्षीय बिकु राय डुमरांव में मजदूरी करने के बाद अपने गांव लौट रहा था। वह नया भोजपुर सब्जी मंडी के पास रोडक्रास करने का प्रयास किया, इस दौरान किसी अज्ञात वाहन के चपेट में आ जान गंवा बैठा। 

केस स्टटी 2 - पिछले नवंबर महीने में तिलक राय के हाता ओपी के बड़का राजपुर गांव निवासी प्रभुनाथ यादव की मौत भी नया भोजपुर ओपी के महाराजा कोठी के पास लेन बदलने के दौरान हो गई थी। संभवतः लेन बदलने के दौरान कोई वाहन उनकी बाइक के सामने आ गया था। 

केस स्टडी 3 - ब्रह्मपुर प्रखंड के रामगढ़ के समीप कुछ माह पूर्व स्कूली बस और ट्रक की टक्कर में दर्जनों बच्चे दबकर जख्मी हो गए थे। मिली जानकारी के अनुसार बस चालक गलत दिशा में आ रहा था, जिसके कारण यह घटना हुई थी। इस घटना में दर्जनों बच्चे दब कर गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। घटना का कारण रॉन्ग साइड में जा रही बस सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई थी। जोरदार भिड़ंत के कारण बस सड़क पर ही पलट गई थी। घटना के बाद सड़क पर अफरातफरी का माहौल बन गया था। जैसे तैसे बस को सीधा कराया गया और स्थानीय लोग व राहगीरों के मदद से बच्चों को निकालकर उन्हे अस्पताल भेजा था। 

कहते हैं एसडीपीओ

पुलिस गलत लेन में चलने वाले लोगों पर कारवाई कर रही है, चालान कर रही है, लेकिन लोगों को भी गलत लेन में चलने से बचना चाहिए। दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को खुद भी जागरूक होना होगा। - अफाक अख्तर अंसारी, एसडीपीओ, डुमरांव