नावानगर इथेनॉल कंपनी में जीएसटी की जांच पूरी अधिकारियों ने कहा-नहीं बतायेंगे जुर्माना की राशि
विशेष आर्थिक क्षेत्र नावानगर में स्थित इथेनॉल कंपनी में चल रही जीएसटी की जांच पूरी हो गई है। करीब दो दिनों तक यहां अधिकारी जमे रहे। साथ ही पुलिस की टीम भी जमी रही। हालांकि यह उजागर नहीं किया जा रहा है कि कुल कितने रुपये की जीएसटी में गड़बड़ी सामने आयी है।

केटी न्यूज / नावानगर
विशेष आर्थिक क्षेत्र नावानगर में स्थित इथेनॉल कंपनी में चल रही जीएसटी की जांच पूरी हो गई है। करीब दो दिनों तक यहां अधिकारी जमे रहे। साथ ही पुलिस की टीम भी जमी रही। हालांकि यह उजागर नहीं किया जा रहा है कि कुल कितने रुपये की जीएसटी में गड़बड़ी सामने आयी है।
अधिकारी इसे लगातार छुपा रहे है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नावानगर स्थित इथेनॉल कंपनी में जीएसटी को लेकर गड़बड़ी सूचना वरीय अधिकारियों को मिली थी। वरीय अधिकारियों ने 17 सदस्यीय टीम गठित कर जांच के लिए भेजा था। करीब दो दिनों तक लगातार अधिकारी एक-एक दस्तावेज को खंगालते रहे। पुलिस सूत्रों से बताया कि इस जांच के दौरान कंपनी के अधिकारियों का सही सहयोग नहीं मिल रहा था।
हर काम में अडंगा लगया जा रहा था। इससे निपटने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था। बासुदेवा ओपी व नगर थाना के पुलिस टीम दो दिनों तक जमी रही थी। ताकि किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो। वहीं विभागीय सूत्रों ने बताया कि इथेनॉल कंपनी सूबे में अपना माल सप्लाई करने के बजाये लगातार दूसरे राज्य में माल की सप्लाई कर रही थी। साथ ही अन्य गड़बड़ी सामने आयी है।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब ढाई से तीन करोड़ रुपये की जीएसटी की गड़बड़ी सामने आयी है। जांच पूरी होने के बाद वाणिज्य कर विभाग के पटना स्थित कई अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया। परंतु इस संबंध में किसी ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। जानकार सूत्रों का कहना है कि कंपनी के निदेशक मंडल का सत्ता की गलियारी में गहरी पकड़ है।
जिस कारण कोई भी मुंह खोलने से परहेज कर रहा है। वहीं अंत में वाणिज्य कर विभाग के कमिशनर सह सचिव संजय सिंह से संपर्क किया गया। इस संबंध में उन्होंने कहा कि यह विभागीय जांच है। कंपनी कर पर कितना जुर्माना लगाया गया है या जीएसटी में गड़बड़ी पकड़ी गई है यह उजागर नहीं किया जा रहा है।