छात्र हत्याकांड: छात्र हत्याकांड: परिजनों का आरोप मौसेरे भाई ने की हत्या, खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
- मौसी के घर से निकलने के बाद गोली मार की गयी थी स्नातक के छात्र की हत्या
- पिता के फर्दबयान पर सिकरहट्टा थाने में मामला दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
- हत्या के कारणों की जांच कर रही पुलिस, छापेमारी तेज
केटी न्यूज/आरा
जिले के चरपोखरी थाना क्षेत्र के कोयल गांव निवासी स्नातक के छात्र प्रिंस गांधी की हत्या में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। पिता गांधी राय के बयान पर सिकरहट्टा थाने में केस दर्ज किया गया है। उसमें प्रिंस के मौसेरे भाई मुन्ना सिंह समेत तीन लोगों को नामजद किया गया है। इनमें सिकरहट्ठा गांव निवासी राकेश सिंह उर्फ बउआ जी के पुत्र बबलू सिंह, राजू सिंह के पुत्र मुन्ना सिंह और सहार थाना क्षेत्र के बड़की खड़ाव गांव निवासी धनंजय राय के पुत्र सोनू राय को नामजद आरोपित बनाया गया है। हालांकि हत्या के कारणों का खुलासा नहीं किया गया है। सिर्फ आपसी मनमुटाव में हत्या करने का आरोप लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि बबलू सिंह का प्रिंस गांधी के साथ आपसी मनमुटाव था। उसी में साजिश के तहत तीनों आरोपितों द्वारा बबलू सिंह के घर में गोली मारकर प्रिंस की हत्या कर दी गयी। उसके बाद शव आरा सदर अस्पताल में छोड़कर सभी आरोपित भाग गए। इधर, पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर हत्या के कारणों की छानबीन और आरोपितों की धरपकड़ में जुट गयी है। उसे लेकर एसडीपीओ राहुल सिंह के नेतृत्व में टीम छापेमारी कर रही है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। बताते चलें कि कोयल गांव निवासी गांधी राय का 27 वर्षीय पुत्र प्रिंस गांधी बुधवार सुबह अपनी मौसी के घर सिकरहट्टा गांव गया था। देर शाम में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
मुन्ना के बुलाने पर सिकरहट्टा गया था प्रिंस :
चरपोखरी थानाध्यक्ष निकुंज भुषण के समक्ष गांधी राय की ओर से दर्ज फर्दबयान में कहा गया है कि उनका पुत्र प्रिंस गांधी बुधवार की सुबह अपने चचेरे भाई उत्तम से बोला कि सिकरहट्टा गांव के मुन्ना सिंह ने बुलाया है। उसे लेकर उसने उत्तम से बाइक से सिकरहट्टा गांव पहुंचाने को बोला। उसके बाद उत्तम द्वारा उसे बाइक से सिकरहट्टा गांव पहुंचा दिया गया। बाद में उत्तम वहां से गांव लौट आया। शाम करीब सात बजे मुन्ना सिंह के भाई अंशु सिंह द्वारा फोन से प्रिंस गांधी को गोली लगने की सूचना दी गयी। कहा गया है कि वह चकिया पुल के गिरा था। मुन्ना सिंह उसे सदर अस्पताल ले गए हैं। उस पर वह अस्पताल पहुंचे तो उनके पुत्र का शव इमरजेंसी वार्ड गेट के पास पड़ा है। वहां कोई नहीं था।बाद में पता चला कि मुन्ना सिंह, बबलू सिंह और सोनू राय उनके पुत्र प्रिंस को सदर अस्पताल पहुंचाकर भाग गये हैं। सोनू राय की स्कॉर्पियो से उसे सदर अस्पताल ले जाया गया था। एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि तीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। छानबीन की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जायेगा।
मोबाइल से खुलेगा हत्या का राज
पुलिस को प्रिंस की हत्या का राज उसके मोबाइल से खुलने की उम्मीद है। ऐसे में हत्या की तफ्तीश कर रही पुलिस उसके मोबाइल की जांच कर रही है। उसके मोबाइल का सीडीआर खंगाला जा रहा है। हालांकि उसका मोबाइल फिलहाल पुलिस के हाथ नहीं लगा है। बताया जा रहा है कि प्रिंस अपना मोबाइल मौसी के घर पर ही छोड़ दिया था। सदर अस्पताल पहुंचे उसके मौसेरे भाई मुन्ना सिंह द्वारा भी इस बात की पुष्टि की गयी थी। उसका कहना था कि वह दस बजे उसके घर पहुंचा था और बारह बजे निकल गया था। अपना मोबाइल भी वहीं छोड़ गया था। इधर, पीरो एसडीपीओ ने बताया कि अभी उसका मोबाइल नहीं मिला है। मोबाइल से कुछ क्लू मिल सकता है। वैसे पुलिस की मानें तो काफी हद तक क्लू मिल गया है। बबलू सिंह से प्रिंस की मनमुटाव के कारणों की जानकारी पुलिस को मिल गयी है। बताया जा रहा है कि प्रिंस गांधी अक्सर अपनी मौसी को गांव जाता रहता था। उसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव हो गया था।