भैसहा नदी में डूबे किशोर का शव बरामद, पुलिस के पोस्टमार्टम के लिए भेजा
डुमरांव थाना क्षेत्र के कुशलपुर गांव में शनिवार को भैसहा नदी में डूबे किशोर का शव रविवार को बरामद हुआ। रविवार सुबह उसका शव मिलने के बाद स्वजनों में जहां क्रंदन चित्कार मच गया, वहीं, गांव में मातम छा गया। मृतक की पहचान कुशलपुर निवासी राजेंद्र गोंड के पुत्र रवि गोंड के रूप में हुई है।

-- नदी में लगातार हो रही डूबने की घटनाओं से दहशत, किशोर की मौत से गांव में मातम
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव थाना क्षेत्र के कुशलपुर गांव में शनिवार को भैसहा नदी में डूबे किशोर का शव रविवार को बरामद हुआ। रविवार सुबह उसका शव मिलने के बाद स्वजनों में जहां क्रंदन चित्कार मच गया, वहीं, गांव में मातम छा गया। मृतक की पहचान कुशलपुर निवासी राजेंद्र गोंड के पुत्र रवि गोंड के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, रवि शनिवार को अपने चार-पांच दोस्तों के साथ गांव के बाहर स्थित भैसहा नदी में नहाने गया था। नहाते समय वह अचानक गहरे पानी में चला गया और तेज धारा में बहकर आंखों से ओझल हो गया। साथ नहा रहे अन्य लड़कों ने घबराकर गांव में सूचना दी। खबर मिलते ही कई ग्रामीण तैराक नदी में उतरे, लेकिन काफी तलाश के बाद भी शनिवार को रवि का पता नहीं चल सका। रविवार सुबह ग्रामीणों की मदद से उसका शव बरामद हुआ।
घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मां-बाप और स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कुशलपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि कृष्णा कुमार ने कहा कि इस घटना से पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और प्रशासन को तुरंत सरकारी सहायता राशि उपलब्ध करानी चाहिए। वहीं, स्थानीय मुख्य प्रतिनिधि कृष्ण बहादुर ने भी पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद देने की मांग की।
चिंता की बात यह है कि भैसहा नदी में यह हादसा लगातार दूसरी घटना है। दो दिन पहले शुक्रवार को नया भोजपुर का एक युवक भी इसी नदी में डूब गया था। लगातार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोग प्रशासन से नदी किनारे सुरक्षा प्रबंध, चेतावनी बोर्ड और निगरानी के इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके
डुमरांव थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप पांडेय, प्रभारी सीओ कुमार दिनेश सहित अन्य अधिकारी आगे की प्रशासनिक कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि भैसहा नदी में पानी की गहराई और तेज धारा को देखते हुए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। रक्षाबंधन के दिन घटी इस घटना ने त्योहार की खुशी को मातम में बदल दिया और पूरे इलाके में गम का माहौल छोड़ दिया।