24 घंटे बाद बरामद हुआ गंगा में डूबे किशोर का शव, स्वजनों ने नहीं करवाया पोस्टमार्टम

गंगा में डूबे किशोर का शव 24 घंटे बाद बरामद किया गया है। शनिवार को करीब 10.30 बजे एसडीआरफ टीम को शव खोजने में मदद मिली। जैसे ही एसडीआरएफ की टीम ने शव को गंगा से बाहर निकाला, वहां मौजूद स्वजनों के क्रंदन चित्कार से माहौल गमगीन हो गया। हालांकि, स्वजनों ने उसका पोस्टमार्टम नहीं करवाया। उनके अनुरोध पर पुलिस ने जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव उन्हें सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद स्वजन शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव चले गए।

24 घंटे बाद बरामद हुआ गंगा में डूबे किशोर का शव, स्वजनों ने नहीं करवाया पोस्टमार्टम

-- शव मिले ही फफक पड़े स्वजन, मामा व पिता का रो-रोकर हो गया था बुरा हाल

-- दूसरे दिन एसडीआरएफ टीम को मिली सफलता, शुक्रवार को बिहार घाट पर डूब गया था मामा के साथ गंगा स्नान करने आया किशोर

केटी न्यूज/ब्रह्मपुर

गंगा में डूबे किशोर का शव 24 घंटे बाद बरामद किया गया है। शनिवार को करीब 10.30 बजे एसडीआरफ टीम को शव खोजने में मदद मिली। जैसे ही एसडीआरएफ की टीम ने शव को गंगा से बाहर निकाला, वहां मौजूद स्वजनों के क्रंदन चित्कार से माहौल गमगीन हो गया। हालांकि, स्वजनों ने उसका पोस्टमार्टम नहीं करवाया। उनके अनुरोध पर पुलिस ने जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव उन्हें सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद स्वजन शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव चले गए।

बता दें कि भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के सरना भरौली गांव निवासी श्री प्रकाश मिश्र का 16 वर्षीय पुत्र सिद्धेश्वर कुमार मिश्र उर्फ सित्तू अपने ननिहाल ब्रह्मपुर आया था, जहां से शुक्रवार की सुबह वह अपने मामा मुन्ना पांडेय के साथ गंगा स्नान करने नैनीजोर के बिहार घाट पहंुचा था, लेकिन गंगा में डूबकी लगाने के साथ ही वह गहरे पानी में समा गया।

इसकी जानकारी मिलते ही पहले स्थानीय गोताखोरों व बाद में दानापुर से आई एसडीआरएफ टीम ने देर शाम तक शव की तलाश की थी, लेकिन शव नहीं मिल सका था। अंधेरा होने के बाद एसडीआरएफ टीम ने शुक्रवार को शव खोजने का अभियान रोक दिया था। शनिवार को कुछ घंटे के अंदर ही टीम को सफलता मिल गई। 

ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि मृतक चार भाई बहनों में सबसे छोटा था तथा काफी होनहार था। वह अपने माता पिता के साथ झारखंड के धनबाद में रहकर पढ़ाई करता था। वह अभी धनबाद से ही इंटरमीडिएट कर रहा था। घटना के बाद से स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। शव मिलते ही उनके जख्म फिर से हरे हो गए। पिता श्री प्रकाश, मामा मुन्ना, माता सुमन देवी समेत गांव व ननिहाल पक्ष से आए लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। 

गौरतलब हो कि गंगा में कटाव के कारण अब बिहार की तरफ किनारे पर ही गहरा पानी हो गया है। इस बात से अनजान किशोर अचानक गंगा में नहाने के लिए छलांग लगा दिया था, जिससे वह डूब गया। जानकारों का कहना है कि गंगा में कटाव व दिशा बदलने के कारण अनजान लोगों के लिए बिहार की तरफ के घाट काफी खतरनाक बन गए है। इस संबंध में नैनीजोर थानाध्यक्ष बिरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि शव बरामद कर लिया गया है। स्वजनों के विशेष अनुरोध पर कागजी कार्रवाई पूरी कर बिना पोस्टमार्टम कराए ही उन्हें शव सौंप दिया गया।