जाम में फंसती है दूल्हा-दुल्हन की गाड़ियां, शादी का शुभ मुहूर्त छूटने का बना रहता है भय

जाम में फंसती है दूल्हा-दुल्हन की गाड़ियां, शादी का शुभ मुहूर्त छूटने का बना रहता है भय

- लग्न में एनएच 120 सड़क के पश्चिमी गुमटी पर वाहनों का रहता है अत्यधिक दबाव

केटी न्यूज/डुमरांव 

भोजपुर-बिक्रमगंज मुख्य सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग 120 का दर्जा मिला है और यह सड़क डुमरांव अनुमंडल के लिए एक महत्वपूर्ण सड़क बन गयी है। इन दिनों लग्न में शादी-विवाह के दिनों में इस सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगती है। यह सड़क उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार के कई जिलों को जोड़ने का

सुगम रास्ता बना है। इस सड़क से गुजरने वाले दानापुर-बक्सर रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन स्थित पश्चिमी गुमटी पर सड़क ओवरब्रिज नही बनने से लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शादी-विवाह के मौसम में गुमटी के बंद होने से महाजाम की स्थिति बन जाती है

और लोग घंटो जाम में फंसे रहते है। राहगीरों के सब्र का बांध टूटने से गुमटी बंद होने के बाद भी रेलवे ट्रैक को वह खुलेआम पार करते नज़र आते है। इस परिस्थिति में आये दिन लोग हादसे का शिकार बनते है। रेल पटरी पार करने के दौरान कई लोग अपनी जान गंवा बैठे है फिर भी लोग जान जोखिम में डालकर पटरी को पार करते है। इस समस्या से निजात पाने के लिए पूर्व में सड़क ओवरब्रिज निर्माण को लेकर पहल शुरू हुई थी।

रेल विभाग की टीम ने निर्माण के लिए मिट्टी सहित अन्य तकनीकों की जांच किया था। विभाग द्वारा मानक पूरा करने के बाद भी सड़क ओवरब्रिज निर्माण का मामला अधर में लटका है। बताया जाता है कि डुमरांव एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जो राजस्व के मामले में भले ही अव्वल है लेकिन यात्री सुविधाओं के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। रेल यात्री कल्याण समिति के अध्यक्ष सह समाजसेवी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि सड़क ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर आस जगी थी लेकिन लोगों को ओवरब्रिज बनने का सपना धुंधला पड़ने लगा है।

 दो एनएच को जोड़ता है यह गुमटी

स्टेशन के पश्चिमी 64 नंबर गुमटी की मुख्य सड़क एनएच 120 और एनएच 922 को जोड़ता है। इस सड़क पर 24 घंटे में करीब 60 से 70 हजार वाहनों का आवागमन होता है। गुमटी के बंद होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है और महाजाम का नजारा बन जाता है। इस जाम में आलाधिकारियों के वाहनों के साथ-साथ एम्बुलेंस व स्कूली बसे भी फंसी रहती है। गुमटी के खुलने के बाद भी वाहनों को पार करने मे काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

 आठ घंटे बंद रहती है हर रोज गुमटी

डुमरांव रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा को लेकर अप और डाउन लाइन में 50 से अधिक ट्रेनों का आवागमन होता है। एक ट्रेन को पार कराने में संभावित रेल गुमटी 10 मिनट तक बंद रहती है। इस तरह 50 ट्रेनों के आवागमन में करीब आठ घंटे तक हर रोज रेल गुमटी बंद रहती है,

जिस वजह से राहगीरो को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यात्री राजकुमार गुप्ता, कृष्णा चंद्रवंशी, श्याम जायसवाल, मोहनजी, अभिषेक, सुदर्शन आदि का कहना है कि रेलवे गुमटी पर ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था होने से वाहनों के आवागमन होने में राहत मिलेगी।